अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी में संजय गांधी अस्पताल पर कार्रवाई के बाद एक और हॉस्पिटल पर सीएमओ ने एक्शन लिया है। जनता हॉस्पिटल में प्रसव के ऑपरेशन के बाद हुई मरीज की मौत के मामले में प्राथमिक जांच के बाद सीएमओ ने हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया। साथ ही हॉस्पिटल प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
मृतका के ससुर ने कोतवाली पुलिस थाने और स्वास्थ्य विभाग में दी शिकायत में जनता हॉस्पिटल के डॉक्टरों और स्टाफ सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। पुलिस को दी शिकायत में महिला के ससुर ने दावा किया कि उनकी पुत्रवधू सुमन गर्भवती थी। वह नियमित जांच के लिए 15 सितंबर को जनता हॉस्पिटल गयी थी। एक डॉक्टर ने उससे कहा कि उसे ऑपरेशन कराना पड़ेगा। शिकायत में कहा गया है कि उसी दिन सुमन का ऑपरेशन किया गया और उसने एक बेटी को जन्म दिया। प्रसव के डेढ़ घंटे बाद उसकी हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी है।
ससुर ने अस्पताल पर लगाया गंभीर आरोप
महिला के ससुर ने आरोप लगाया कि उनकी पुत्रवधू की जनता हॉस्पिटल में ही मौत हो गयी थी। कोतवाली पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) विनोद सिंह ने बताया कि मामले में तहरीर प्राप्त हुई है और इसकी जांच एक उपनिरीक्षक (दरोगा) को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही अमेठी के सीएमओ द्वारा जांच कराई जा रही है, उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है।
इस मामले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने प्रकरण को संज्ञान में लेकर सीएमओ अमेठी को जांच के निर्देश दिए थे। शनिवार को त्रिसदस्यीय जांच दल ने जनता हॉस्पिटल पहुंचकर प्रकरण की जांच कर जो आख्या सीएमओ अमेठी को सौंपी, उसमें हॉस्पिटल की प्रथम दृष्टया लापरवाही उजागर हुई। जांच आख्या के आधार पर सीएमओ अमेठी डॉ अंशुमान सिंह ने रविवार को जनता हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित करते हुए नोटिस जारी कर अस्पताल संचालक से जवाब मांगा है।
संजय गांधी अस्पताल पर गहराया विवाद
अमेठी के राम शाहपुर की महिला मरीज दिव्या शुक्ला की मौत का मामला इससे पहले काफी गरमाया है। 14 सितंबर को पथरी के ऑपरेशन के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती थी। उसकी मौत के बाद अस्पताल विवादों में आ गया। दिव्या के पति अनुज शुक्ला ने दावा किया कि उसकी पत्नी को अधिक मात्रा में एनेस्थीसिया (बेहोशी की दवा) दिया गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ी और अंततः मौत हो गई। इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज हुई। दिव्या की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के रजिस्ट्रेशन को सस्पेंड कर दिया।
संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट करता है संचालन
संजय गांधी अस्पताल का संचालन दिल्ली स्थित संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट करता है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इस ट्रस्ट की अध्यक्ष हैं। पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा इसके सदस्य हैं। संजय गांधी अस्पताल के प्रबंधन ने इलाज में कथित लापरवाही के चलते एक महिला की मौत होने के बाद अस्पताल का लाइसेंस निलंबित किए जाने के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित करने के मामले में शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को पत्र लिखकर फैसले पर पुनर्विचार का अनुरोध किया और अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करने को अन्यायपूर्ण कार्रवाई करार दिया।
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