अनंतनाग। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में बीते बुधवार से जारी मुठभेड़ खत्म हो गई है। हालांकि तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबलों ने यहां दो आतंकियों को मार गिराया है। इन में लश्कर कमांडर उजैर खान भी शामिल है।
एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि लश्कर कमांडर उजैर खान को मार दिया गया है। उसके पास से हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, एक और आतंकवादी का शव मिला है। अनंतनाग मुठभेड़ संपन्न हो गई है, लेकिन तलाशी अभियान जारी है।
कौन था उजैर खान?
उजैर खान एक स्थानीय आतंकवादी था। उजैर खान, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले थे। उसकी उम्र लगभग 28 साल थी। उजैर खान जून 2022 से आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था। उजैर खान को A+ कैटेगरी का आतंकी मांगा गया था। उजैर खान 10 लाख रुपये का इनामी आतंकी था।
गडूल ऑपरेशन कब शुरू हुआ
सुरक्षाबलों को 12 सितंबर मंगलवार शाम कोकरनाग के गडूल जंगलों में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान चलाया, लेकिन आतंकियों का पता नहीं चल सका। रात होने पर ऑपरेशन रोक दिया गया। बुधवार सुबह एक बार फिर ऑपरेशन शुरू हुआ। सूचना मिली कि आतंकवादी एक पहाड़ी की चोटी पर हैं। सुरक्षाबल आगे बढ़े। पहाड़ी की चोटी पर पहुंचने के लिए बलों को जो रास्ता अपनाना पड़ा, जो कि काफी चुनौतीपूर्ण था। जैसे ही बल गुफा के पास पहुंचे तो वहां छिपे आतंकवादियों को उनकी स्पष्ट झलक मिल गई। उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। संकरे रास्ते पर फंसे होने के कारण कर्मियों के पास जाने के लिए कोई जगह नहीं थी, जिसके चलते दो सेना के अधिकारी और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गए।
घायल अधिकारियों मुठभेड़ स्थल से बाहर निकालना भी काफी चुनौतीपूर्ण रहा। अन्य कर्मियों और हेलीकॉप्टर दोनों द्वारा उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शुरुआती गोलीबारी के दौरान 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और पूर्व डीआईजी कश्मीर गुलाम मोहम्मद भट के बेटे डीएसपी हुमायूं भट वीरगति को प्राप्त हुए। वहीं, एक जवान प्रदीप सिंह लापता हो गए, जिनका पार्थिव शरीर 18 सितंबर की शाम को मिला।
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