गाजियाबाद। इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस ने डेटिंग एप से लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर हनी ट्रैप गिरोह चलाने वाली मास्टरमाइंड शाहीन परवीन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का एक आरोपित अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि वसुंधरा चौकी इंचार्ज भूपेंद्र सिंह के पास दिल्ली का एक युवक पहुंचा था। उसने शिकायत दी कि डेटिंग एप पर दिपांशी नाम की युवती से दोस्ती हुई थी। कुछ दिनों तक दोनों में प्रेम की बातें होने लगीं। कुछ दिनों पहले दिपांशी ने उससे मिलने की बात रखी। वह काम की वजह से समय नहीं दे पा रहा था। बृहस्पतिवार को दिपांशी ने दोबारा एप से बात की और दोपहर में फ्लैट पर बुलाया। वहां युवक से उसने कहा कि पति किसी काम से बाहर गए हैं और बेटा स्कूल से दोपहर में आएगा जबकि उसकी शादी नहीं हुई है। आरोप है कि युवती ने दिपांशी ने युवक को अपनी बातों में फंसाकर उसके कपड़े उतरवा लिए। तभी अचानक से दो युवक फ्लैट के अंदर घुसे और उसकी अश्लील वीडियो बना ली।
इसके बाद उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने युवक से पांच लाख रुपये देने के लिए ब्लैकमेल किया। फिर जबरन युवक की बेटी के अकाउंट से खाते में पैसे ट्रांसफर कराए। उसके बाद अंकित ने 50 हजार रुपये अपने पेटीएम वॉलेट में ट्रांसफर कराकर उसे फ्लैट से भगा दिया। युवक परेशान होकर इंदिरापुरम कोतवाली पहुंचा। वहां प्रभारी निरीक्षक ने शिकायत सुनकर चौकी इंचार्ज को जांच के निर्देश दिए। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर उनकी धरपकड़ की।
सरगना शाहीन परवीन चलाती है
पुलिस ने इस केस में गहनता से छानबीन शुरू की और शुक्रवार को हनीट्रैप की मास्टरमाइंड शाहीन परवीन निवासी सेक्टर-2बी वसुंधरा, सेक्टर-4बी वसुंधरा में शिव गंगा अपार्टमेंट की दिपांशी कुमारी व अंकित कुमार को गिरफ्तार किया है। चौथा आरोपी रोबिन फरार है। मास्टरमाइंड ने हनीट्रैप में लोगों को फंसाकर पैसे ऐंठने का गिरोह बनाया है। उसके दो गिरोह में करीब नौ लोग जुड़े हैं। दोनों को शाहीन परवीन ही कमांड करती है।
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि युवती ने डेटिंग एप पर प्रोफाइल बनाया था। उसी के माध्यम से वह लोगों से बात करती थी। जो लोग उसके झांसे में आ जाते थे। वह उन्हें मिलने के लिए फ्लैट पर बुलाती थी। उनके अश्लील फोटो व वीडियो बनाती। फिर उसके दो साथी उस युवक से मारपीट कर ब्लैकमेल करते थे। वीडियो फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने करने की धमकी देते। उनसे रुपये की मांग करते। पूछताछ में उसने बताया कि एक साल में 50 से अधिक लोगों को शिकार बना चुकी है। अब पुलिस इनके बैंक खातों की जांच कर रही है।
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