भिलाई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप ‘महादेव बुक’ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुंबई, कोलकाता और भोपाल में छापेमारी की है। इस छापेमारी में ईडी ने 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस छापेमारी को लेकर कहा कि इस मामले की जांच से पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के मुख्य प्रवर्तक हैं। वे इसका संचालन दुबई से कर रहे थे। ईडी ने कहा, ‘महादेव ऑनलाइन बुक का सेंट्रल हेड ऑफिस यूएई में है। सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल ने यूएई में मनी लॉन्ड्रिंग के काले धंधे का साम्राज्य बना रखा है।’ ईडी ने अपने बयान में कहा कि ऑनलाइन बेटिंग ऐप अपने सहयोगियों को 70 से 30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर पैनल या फ्रेंचाइजी देकर इसे चला रहा था।
हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग पर ईडी की कार्रवाई
ईडी के मुताबिक, ‘चंद्राकर और उप्पल यूएई में इस काले धंधे को खुलेआम चला रहे थे। फरवरी 2023 में चंद्राकर ने यूएई में शादी कर ली थी। इस शादी पर महादेव ऐप के प्रमोटर्स ने करीब 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए थे। यही नहीं इस शादी के लिए परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक प्राइवेट प्लेन में ले जाने की व्यवस्था की गई थी। शादी समारोह में परफॉर्म करने के लिए कई मशहूर हस्तियों को भी बुलाया गया था। इस दौरान मुंबई और हवाला चैनल के प्लानर से लेकर डांसर तक सभी को कैश में भुगतान किया गया था।’ जानकारी के मुताबिक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महादेव ऑनलाइन बुक ऐप से जुड़े सभी प्रमुख खिलाड़ियों की ईडी ने पहचान कर ली है।
ईडी ने कहा कि यह अपने ज्ञात सहयोगियों को 70-30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर “पैनल/शाखाओं” को फ्रैंचाइज करके संचालित करता है। सट्टेबाजी से प्राप्त आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं। इसमें कहा गया है कि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन के लिए भारत में नकद में बड़ा खर्च किया जा रहा है। कंपनी के प्रमोटर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं और महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन एक अंब्रेला सिंडिकेट है जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को सक्षम करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता है।