गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चितोड़ा गांव के पास रेस्ट एरिया में गुरुवार शाम पांच बजे अचानक बेकाबू हुई रोडवेज की बस लोहे की रेलिंग तोड़ 15 फुट नीचे जा गिरी। हादसे में चालक समेत बस में सवार 25 लोग घायल हो गए। एंबुलेंस बुलवाकर सभी घायलों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
DCP (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने बताया कि मेरठ डिपो की रोडवेज बस मेरठ से दिल्ली की तरफ जा रही थी। रोडवेज बस सबसे मुख्य लेन में थी, जिसकी मिनिमम स्पीड 80 होती है। मसूरी थाना क्षेत्र में ये बस अनियंत्रित होकर साइड की 2 लेन क्रॉस करके रेलिंग तोड़ते हुए एक्सप्रेस वे से नीचे जा गिरी। इस हादसे में करीब 25 यात्री घायल हुए हैं। इन्हें गाजियाबाद के संयुक्त जिला अस्पताल संजयनगर और सर्वोदय हॉस्पिटल भेजा गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
टक्कर लगने से पहले ही मची चीख-पुकार
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि बस डिवाइडर के किनारे चल रही थी। रफ्तार बहुत ज्यादा नहीं थी। अचानक ही बस की दिशा बदलने लगी। यह सामने के बजाय बाईं ओर दूसरी लेन में जाने लगी। कुछ ही पलों में बस पूरी तरह मुड़ गई। यह देख चीख-पुकार मच गई। कई वाहन बस से टकराने से बाल-बाल बचे। कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। सड़क की दो लेन पार करने के बाद अचानक रेलिंग में टक्कर लगी और बस नीचे आ गिरी। गनीमत रही कि यह पलटी नहीं, वरना हादसा और भयावह होता।
हादसे के दौरान का 41 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज सामने आने पर पता चला कि मेरठ डिपो की बस सड़क की एक तरफ से दूसरी तरफ जाकर गिरी। ऐसे लग रहा था जैसे उसे कोई चला ही नहीं रहा हो। माना जा रहा है कि या तो दौरा पड़ने या किसी अन्य वजह से चालक प्रदीप कुमार बेहोश हो गया या फिर उसे झपकी लग गई। उसकी हालत गंभीर है। उसे निजी अस्पताल की इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है। उससे पुलिस की बात नहीं हो पाने की वजह से बस के बेकाबू हो जाने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
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