लीबिया में आई बाढ़ के बाद हालात बेहद भयावह होते जा रहे हैं। बाढ़ का सबसे बुरा असर डेरना शहर पर पड़ा है जहां बांधों के टूटने से करीब एक चौथाई शहर पानी में बह गया है। बुधवार तक बचावकर्मियों द्वारा डेरना शहर में करीबन 7 हजार शव गिने जा चुके हैं जबकि क्षेत्रीय प्रशासन के एक मंत्री ने कहा कि मरने वालों की संख्या दोगुनी होने की आशंका है। डेर्ना शहर के मेयर ने बताया है कि मौतों का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच सकता है।
लीबिया में बीते रविवार को डेनियल तूफान के बाद आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई थी। तूफान के बाद डेर्ना शहर के पास के दो डैम टूट गए। इनमें से एक डैम की ऊंचाई 230 फीट थी। सबसे पहले यही डैम बर्बाद हुआ।इससे पूरा शहर तबाह हो गया। पानी की तेज लहरों ने इमारतों, वाहनों और उनके अंदर मौजूद लोगों को बहा दिया। हर जगह पानी ही पानी है जहां लाशें तैरती नजर आ रही हैं। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक लीबिया में अब तक 6,900 लोगों के शव मिल चुके हैं। अभी और शव मिलने की आशंका है। हालांकि अब तक सिर्फ 700 शव ऐसे हैं, जिनकी शिनाख्त हो सकी है। मृतकों में कम से कम 400 विदेशी हैं, जिनमें अधिकतर सूडान और मिस्र से थे।
लीबियन सिक्योरिटी फोर्स के मुताबिक 4 देश तुर्किये, इटली, कतर और UAE बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचा रहे हैं। यहां मेडिकल इक्विपमेंट्स, दवाएं और खाना पहुंचाया जा रहा है। मिस्र, जॉर्डन, ट्यूनीशिया और कुवैत ने भी मदद करने की बात कही है। संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अमेरिका भी इमरजेंसी फंड जारी कर रहे हैं।
मशीनों से खोदीं सामूहिक कब्रें
लीबिया के डेरना शहर में विनाशकारी बाढ़ में मारे गए लोगों के शवों को सामूहिक कब्रों में दफनाया जा रहा है। शहर के एकमात्र कब्रिस्तान में बॉडी बैग और कंबलों में ढंके शवों को एक साथ दफनाया जा रहा है। यहां मशीनों से गड्ढे खोदे गए हैं। यहां हर घंटे शवों की संख्या बढ़ रही है। पूर्वी लीबिया के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल जलील ने कहा, हम तबाही को देखकर हैरान हैं, ये बहुत बड़ी त्रासदी है। इससे निबटना क्षमता के बाहर है।
Discussion about this post