गाजियाबाद। विजयनगर थाना क्षेत्र में चरण सिंह कॉलोनी में कुत्ते के काटने के करीब एक से डेढ़ महीने बाद 14 वर्षीय शावेज की मौत हो गई। शाहवेज ने एंबुलेंस में ही अपने पिता की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने अब चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
एसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि 5 अगस्त को थाना विजयनगर पर सूचना प्राप्त हुई, जिसमें यह बताया गया था कि एक 14 वर्षीय बच्चे की कुत्ते के काटने से मौत हो गई। उन्होंने आगे बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए जानकारी की गई तो यह प्रकाश में आया कि करीब 2 माह पहले बच्चे को कुत्ते ने काट लिया था जो बात उसने परिजनों से छिपाई थी। उसको इलाज न मिलने के कारण इन्फेक्शन हो गया और रेबिज के लक्षण दिखने लगे। परिजनों द्वारा बच्चे का इलाज कराया तो उपचार के दौरान बच्चे की मृत्यु हो गई। परिजनों के द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार थाना विजयनगर पर केस दर्ज किया गया है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’
पुलिस ने इस मामले में चरण सिंह कॉलोनी निवासी सुनीता, आकाश, शिवानी और रासी के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही इस मामले नगर निगम द्वारा कुत्ते को पालने वाली आरोपी महिला को नोटिस दिया गया है। नोटिस में लिखा है कि नगर निगम क्षेत्र में कुत्ते पालने के लिए कुत्ते का वेक्सिनेशन और नगर निगम में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। नोटिस जारी होने के तीन दिन के अंदर इसकी जानकारी नगर निगम को उपलब्ध कराई जाए, नहीं तो 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
चरण सिंह कॉलोनी में निवासी बड़े बेटे शावेज की शनिवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। याकूब के चाचा मतलूब ने बताया कि शावेज बदहवास हो रहा था और उसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। उन्होंने बताया कि डेढ़ माह पहले मोहल्ले के एक पालतू कुत्ते ने उसके काट लिया था। शावेज को तुरंत अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने कहा कि रेबीज के संक्रमण के लक्षण लग रहे हैं। उनके पास इसका इलाज नहीं है।
मतलूब अहमद ने बताया कि तीन दिन से हम लोग एम्बुलेंस लेकर जीटीबी दिल्ली, एम्स दिल्ली सहित मेरठ-गाजियाबाद के हॉस्पिटलों में घूमते रहे। किसी ने शावेज को भर्ती नहीं किया और उसे लाइलाज घोषित कर दिया। किसी ने हमें बताया कि देसी दवाइयों से बुलंदशहर में एक वैद्य इलाज करता है। सोमवार रात 8 बजे हम पोते को उस वैद्य के यहां दिखाकर एम्बुलेंस से गाजियाबाद लौट रहे थे। रास्ते में ही पोते ने दम तोड़ दिया।
डेढ़ महीने पहले कुत्ते ने काटा था
मतलूब अहमद ने बताया, “हमने पोते से जब पूछा तो उसने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले पड़ोस में रहने वाली आंटी के कुत्ते ने उसको काट लिया था। डर के मारे उसने ये बात घर पर नहीं बताई। जिस वजह से बच्चे को तुरंत उचित इलाज नहीं दिया जा सका। उन्होंने बताया कि चार दिन पहले यानी 1 सितंबर को उनके 14 साल के बेटे अजीबो-गरीब दिक्कतें होनी शुरू हो गईं। उसको पानी देखने से डर लगने लगा। खाना-पीना बंद कर दिया। कभी-कभी भौंकने जैसे आवाजें भी मुंह से निकलने लगीं। जब बच्चे में लक्षण दिखने शुरू हो गए, तब हमें पता चला। आरोप है कि मोहल्ले में रहने वाली एक महिला आवारा कुत्तों को खाना खिलाती हैं। कुत्तों को भगाने पर वह लोगों को धमकी देती हैं। इससे पहले भी कुत्ते कई महिलाओं को काट चुके हैं।