बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में बड़ौदा यूपी बैंक की शाखा में 54 लाख रुपए के घोटाले के आरोपी सहायक शाखा प्रबंधक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घोटाले में शामिल बैंक कैशियर ने चार माह पूर्व कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। पुलिस बैंक मित्र व शाखा के भवन स्वामी के बेटे की तलाश में छापेमारी कर रही है।
नवाबगंज कस्बे के बिजौरिया मार्ग पर स्थित बड़ौदा यूपी बैंक की शाखा में जनपद गाजियाबाद के इंदरगढी के निकट गोविंद पुरम निवासी प्रिंस कुमार चार वर्ष से कैशियर के पद पर तैनात थे। इसी शाखा में सहायक प्रबंधक के पद पर दारा सिंह मीणा निवासी ग्राम ईसरदा जनपद सवाई माधोपुर राजस्थान हाल निवासी सैनिक कॉलोनी गली नम्बर चार संजय नगर रोड बरेली तैनात थे। नौ माह पूर्व कुछ खाताधाराकों ने अपने खातों से रुपए निकाले जाने की शिकायत शाखा प्रबंधक जगदीश कुमार से की थी।
बैंक अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि कैशियर प्रिंस कुमार ने सहायक प्रबंधक दारा सिंह मीणा से साठगांठ कर धोखाधड़ी व जालसाजी करते हुए 121 लोगों के बचत खातों से 49,26,600 रुपए निकाल लिए। इसके साथ ही कैशियर प्रिंस कुमार ने एक दिसम्बर वर्ष 2022 को बैंक शाखा के भवन स्वामी के बेटे महेन्द्रपाल व बैंक मित्र यतेन्द्र कुमार से साठगांठ कर बैंक में ग्राहकों को दी जाने वाली रकम में से 507500 रुपए भी हड़प लिए।
मामले की जांच पूरी होने के बाद छह जनवरी वर्ष 2022 को शाखा प्रबंधक जगदीश कुमार की ओर से कैशियर प्रिंस कुमार पुत्र उदयवीर सिंह, सहायक प्रबंधक दारा सिंह मीणा, बैक शाखा भवन के स्वामी के बेटे महेन्द्रपाल निवासी बिजौरिया रोड नवाबगंज व बैंक मित्र यतेन्द्र कुमार पुत्र ओम प्रकाश निवासी ग्राम धौरेरा नवाबगंज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। रविवार को पुलिस ने सहायक शाखा प्रबंधक दारा सिंह मीणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
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