कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में हुई छात्र की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। कोलकाता पुलिस ने खुलासा किया कि छात्र को छात्रावास की दूसरी मंजिल में नग्न घुमाया गया था। इसके अलावा, जांच में सामने आया कि वर्तमान छात्र के साथ-साथ पूर्व छात्र भी मृतक का यौन उत्पीड़न करते थे।
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ित यूजी प्रथम वर्ष का छात्र था। उसके साथ रैगिंग की जाती थी। उसका यौन उत्पीड़न होता था। जिस दिन उसकी मौत हुई, उस दिन छात्रावास के कमरा नंबर 70 में उसके कपड़े उतरवाए गए थे। उसे गलियारे में नग्न घुमाया गया था, जिसके बाद वह बालकनी से कूद गया और अपनी जान दे दी। हमारे पास इसके सबूत भी हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा, कोलकाता पुलिस के जांचकर्ताओं को गिरफ्तार आरोपियों में से एक के द्वारा बनाया गया एक व्हाट्सएप ग्रुप मिला है। उन्होंने कहा, “यह व्हाट्सएप ग्रुप पुलिस को गुमराह करने के लिए बनाया गया था।” उन्होंने कहा, ”जांच से यह भी पता चला कि गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की योजना बनाई थी ताकि रैगिंग वाले हिस्से को छुपाया जा सके।” उन्होंने कहा कि मंगलवार को एक स्थानीय अदालत ने डब्ल्यूबी प्रोहिबिशन ऑफ रैगिंग इन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस एक्ट 2000 की धारा 4 जोड़ने की उनकी प्रार्थना को स्वीकार कर लिया है।
अब तक 13 छात्र गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि 17 वर्षीय ग्रेजुएशन के एक छात्र ने 9 अगस्त को अपने छात्रावास की दूसरी मंजिल की बालकनी से कूदकर जान दे दी थी। पीड़ित छात्र के परिवार ने रैगिंग और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। छात्र की मौत के मामले में जेयू के पूर्व और वर्तमान छात्रों समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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