गाजियाबाद। इंदिरापुरम कोतवाली पुलिस ने गाड़ियों के इंजन कंट्रोल मॉड्यूल (ECM) चुराने वाला गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि चोरी के बाद ईसीएम दिलशाद कबाड़ी को बेच देते थे। पूछताछ के बाद पुलिस ने दो अगस्त की रात इंदिरापुरम क्षेत्र में 20 कारों से हुई ईसीएम चोरी की घटना का खुलासा किया है।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि न्यू अशोक नगर वसुंधरा एंक्लेव के राहुल और राजकुमार उर्फ राजू व न्यू कोंडली के धनिश को शिप्रा मॉल सर्विस रोड से गिरफ्तार किया है। स्वाट टीम ने अभयखंड और नीतिखंड चौकी क्षेत्र में दो अगस्त की रात चोरी हुई ईसीएम के बाद घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ली थी। टीम ने एक चोर की पहचान के बाद उसकी लोकेशन ट्रेस की। पुलिस को पूछताछ में तीनों ने बताया कि वह दिल्ली-एनसीआर में कार के शीशे व लॉक तोड़कर ईसीएम चोरी करते थे फिर चोरी के ईसीएम को दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में रहने वाले कबाड़ी दिलशाद को बेच देते थे। उनके साथ वारदात में उनका एक साथी हरीश भी शामिल था। नोएडा पुलिस ने आठ अगस्त को उसे गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों ने इंदिरापुरम थाने से करीब 20 कारों से ईसीएम चोरी की थी और दिल्ली फरार हो गए थे।
ईसीएम बेचकर पैसों से करत थे मौज-मस्ती
एसीपी का कहना है कि कबाड़ी दिलशाद ईसीएम खरीदकर उन्हें अच्छी कीमत देता था फिर इन पैसों को तीनों ने आपस में बांट लिया था। बचे दस हजार 60 रुपयों को पुलिस ने बरामद कर लिए। गिरोह का मास्टरमाइंड हरीश और राहुल हैं। दोनों चोरी के लिए सुनसान इलाके तलाशते थे। फिर अन्य सदस्य गाड़ी से आकर ईसीएम व अन्य सामान चोरी कर लेते थे।
वैशाली में 10 कारों की ईसीएम चोरी में नहीं हुआ खुलासा
11 अगस्त की रात चोरों ने वैशाली सेक्टर-एक में 10 कारों के बोनट खोलकर ईसीएम चोरी की थी। चोर ऑटो में सवार होकर आए थे और कुछ ही घंटे में चोरी के बाद फरार हो गए थे। पुलिस मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी कैमरे से चोरों की पहचान कर रही है। एसीपी का कहना है कि इस गिरोह को जल्द पकड़कर घटना का खुलासा किया जाएगा।
Discussion about this post