नूंह। हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा में शामिल तथा अफवाह फैलाने वाले आरोपितों की पहचान में लगी पुलिस ने एक इमाम फजरू मियां को आराेपित बनाया है। पता चला है कि मस्जिद में लगे लाउड स्पीकर से दुकान लूटने की अफवाह इमाम ने फैलाई थी।
फजरू मियां नल्हड़ गांव में स्थित मोहम्मद पुरिया मस्जिद में इमाम है। 31 जुलाई को दोपहर करीब एक बजे नमाज पढ़ने के दौरान फजरू ने मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर से यह अफवाह फैलाई थी कि धार्मिक यात्रा में शामिल दूसरे समुदाय के लोग नल्हड़ मंदिर के पास स्थित मुस्लिम लोगों की दुकान लूट रहे हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि फजरू द्वारा फैलाई गई अफवाह के बाद नल्हड़ गांव के मुस्लिम युवा इकट्ठा हुए और लूटपाट तथा वाहनों को आग लगाने लगे।
नल्हड़ ही नहीं खेड़ला, पडली, पल्ला, मेवली तथा समीप के अन्य गांव के मुस्लिम युवक एकत्र हो गए थे। इन युवकों ने ही नल्हड़ से सटी अरावली पहाड़ी पर चढ़कर इलाके में स्थित एक धार्मिक स्थल के अंदर छिपे लोगों पर पथराव किया तथा गोली चलाई थी। इसके बाद वारदात बढ़ती चली गई। पुलिस ने उत्तरप्रदेश के मथुरा तथा अलीगढ़ जिले में आरोपित के संभावित ठिकानों पर छापे मारे गए। आरोपित हाथ नहीं लगा है। बताया जा रहा है कि वो लगातार ठिकाने बदल रहा है, लेकिन पुलिस पीछा कर रही है।
बता दें कि 31 जुलाई को नूंह में जमकर हिंसा हुई थी। हजारों की संख्या में उपद्रवियों ने करीब छह घंटे तक उत्पात मचाया। साइबर थाना से लेकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेव-वे,दिल्ली-अलवर हाईवे आदि कई स्थानों पर तोड़फोड़ की। उपद्रवियों ने साइबर थाना में 10 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर कर दिया। हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 88 लोग घायल हो गए।