गाजियाबाद। साहिबाबाद कोतवाली क्षेत्र में कारोबारी की हत्या के मामले पुलिस ने जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया है। दोनों के बीच आईफोन के रुपयों के लेनदेन का विवाद था, वहीं शुक्रवार सुबह मृतक के परिजन व गांव के लोगों ने साहिबाबाद थाने में जमकर हंगामा किया। उन्होंने गिरफ्तारी में हो रही देरी को लेकर पुलिस पर सवाल भी उठाएं। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपी से पूछताछ कर जांच कर रही है।
अर्थला की संजय काॅलोनी निवासी आरोपी आयुष शर्मा ने पुलिस को बताया कि मृतक दीक्षित पाल को उसने मोबाइल खरीदने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये दिए थे। उसने न तो पैसे लौटाए और न मोबाइल दिए। उसने बृहस्पतिवार को दीक्षित को फोन कर अपने घर संजय कालोनी, अर्थला बुलाया। परिवार के अन्य सदस्य दूसरे तल पर थे। भूतल पर कोई नहीं था। उसने दीक्षित के सिर में पीछे से बेसबॉल के बैट से मारकर हत्या कर दी। वह शव को बोरी में रखकर स्कूटी से हिंडन पुल के पास ले गया। वहां पर स्कूटी सहित शव को छोड़ आ गया।
कोतवाली का घेराव कर किया हंगामा
वहीं कारोबारी दीक्षित पाल के परिजनों और रिश्तेदारों ने कोतवाली का घेराव कर हंगामा-प्रदर्शन किया। दीक्षित के भाई मंजीत का कहना था कि नामजद चारों आरोपी दीक्षित से मोबाइल लेकर आगे बेचते थे। वे मोबाइल उधार में ले रहे थे। उन पर दीक्षित के तीन से साढ़े तीन लाख रुपये उधार हो गए थे। दीक्षित के तगादा करने पर भी वे लौटा नहीं रहे थे। रकम न लौटाने के लिए ही चारों ने मिलकर हत्या की है।
मंजीत ने बताया, ‘मेरे भाई की लंबाई पौने छह फुट थी। उसका वजन 80 किलो के आस-पास था। एक व्यक्ति उसको नहीं मार सकता। घर में आरोपी की मां भी मौजूद थी। पहले हत्या करना, फिर लाश को बोरे में रखना, फिर बोरे को स्कूटी पर बांधना…ये सब एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता। मुझे आशंका है कि इस हत्याकांड में कई और लोग शामिल हैं, जिन्हें पकड़ा गया आरोपी बचाने का प्रयास कर रहा है।’ हंगामे की सूचना पर एसीपी भास्कर वर्मा पहुंचे। उन्होंने कहा कि जांच-पड़ताल में जो भी दोषी मिलेगा, उस पर कार्रवाई होगी। इस पर लोग लोग शांत हुए।
आयुष के पिता हैं विधायक के करीबी
आयुष शर्मा के पिता हरिश्चंद शर्मा साहिबाबाद विधायक के करीबी हैं। विधायक सुनील शर्मा का कहना है कि आयुष के पिता हरीशचंद्र पार्टी के 35 साल से कार्यकर्ता हैं। वह उनके पास आते हैं और जिम्मेदारियां निभाते हैं। हरिश्चंद शर्मा न तो उनके पीए हैं और न ही पेड वर्कर हैं। सालों से उनके साथ जुड़े हैं। उन्होंने इस मामले में कोई दखल नहीं दिया है। पुलिस कानून के हिसाब से काम कर रही है।
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