सीतापुर। यूपी के सीतापुर में मोबाइल के चार्जर ने मां-बेटे की जान ले ली। दरअसल, देर रात मोबाइल चार्जर में करंट उतरने से किशोर चपेट आ गया। बेटे को बचाने में मां की भी मौत हो गई।
रामपुर मथुरा क्षेत्र के भगौतीपुर गांव निवासी जगदीश की पत्नी रामसहेली (50) और उसका पुत्र अनूप उर्फ रोहित (15) रात में सो रहे थे। दोनों के सिरहाने मोबाइल चार्ज करने के लिए एक चार्जर बोर्ड रखा था। परिजनों के अनुसार सोते समय अनूप का हाथ चार्जर के कटे हुए तार पर पड़ गया और मां-बेटे दोनों ही करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। हादसे में मां और बेटे की मौत हो गई। घटना के बाद से आसपास के गांव के लोग डरे हुए हैं। स्विच और बिजली के उपकरण को छूने में सावधानी बरत रहे हैं। एक जरा सी भूल ने पूरे परिवार की खुशियों को उजाड़ कर रख दिया। मृतक रोहित अपने भाइयों में सबसे छोटा था। उससे बड़े दो भाई लवकुश और लवलेश हैं। पूरा परिवार भगौतीपुर में एक होटल चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। घर में सबसे छोटा होने के कारण परिवार वाले उसे सबसे ज्यादा दुलार करते थे।
बेटों के सिर पर सेहरा नहीं देख पाई राम सहेली
मृतका रामसहेली अपने किसी भी बेटे के सिर पर सेहरा नहीं देख पाई। तीन बेटों के अलावा उसकी एक पुत्री भी है। रामसहेली सिर्फ उसी का विवाह कर पाई थी। वह अपने बेटों की शादी के लिए रिश्ता देख रही थी। लेकिन शायद ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। जिसने भी घटना के बारे में सुना वह दंग रह गया। घटना के बाद से क्षेत्र में गम का माहौल है। हर तरफ बस इसी दर्दनाक हादसे की चर्चा है।
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