कानपुर। यूपी के कानपुर में दो दिन पहले किडनैप छात्रा के मामले में हैरतअंगेज खुलासा हुआ है। लड़की का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि, उसने परिजनों से पैसों ऐंठने के लिए झूठी कहानी बनाई थी। छात्रा और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
DCP साउथ रवींद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हंसिका अपहरण कांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया, “4 जुलाई को बर्रा विश्व बैंक निवासी नरेंद्र कुमार वर्मा ने बर्रा थाने को सूचना दी कि उनकी बेटी हंसिका का अपहरण हो गया है। इसके साथ ही एक वीडियो भी पुलिस को सौंपा। इसमें उनकी बेटी का मुंह बंधा हुआ था। बदहवास हालत में बचाने की गुहार लगा रही थी। आरोपी ने बेटी का वीडियो भेजने के साथ ही 10 लाख की फिरौती मांगी।” उसने कहा, ”ज्यादा होशियारी की तो बेटी की हत्या कर देंगे, लाश का भी पता नहीं लगा पाओगे।” वीडियो देख पुलिस को ऐसा लगा कि सच में छात्रा का अपहरण हो गया है। इसके बाद क्राइम ब्रांच, सर्विलांस समेत पांच टीमों को लगाया गया।
जांच के दौरान हंसिका और उसके प्रेमी बर्रा 6 के रहने वाले राज सिंह राजपूत का फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्रोफाइल चेक किया गया। इसके कुछ देर बाद ही घर के आगे के CCTV फुटेज में प्रेमी के साथ छात्रा को जाते हुए देखा गया। तब जाकर पुलिस को तसल्ली हुई कि छात्रा का अपहरण नहीं हुआ है। बल्कि, प्रेमी के साथ भागने के बाद अपहरण का नाटक रचा गया है। इसके बाद एसीपी नौबस्ता की अगुआई में छापेमारी कर रही टीम ने रविवार रात को दोनों को बस्ती के एक होटल से अरेस्ट कर लिया था। सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया।
वहीं मीडिया ने जब अपने ही माता-पिता के साथ ऐसा करने को लेकर सवाल पूछे तो उसने ढीठता से कहा-मेरे मां-बाप हैं, मैं खुद देख लूंगी। मैंने गलती की है तो कानून सजा देगा। आप अपना काम करें। पढ़ाई-लिखाई में अच्छी हंसिका को हाल ही में रुड़की के एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला भी मिल गया था। बस फीस ही जमा होनी थी। हंसिका फीस के लिए कहा तो पिता 2.21 लाख की वह एफडी तुड़वाने के लिए कहा, जो उन्होंने हंसिका के नाम कर रखी थी। लेकिन वह तो इस एफडी को चुपचाप तुड़वाकर अपने प्रेमी और खुद पर खर्च कर चुकी थी। प्रेमी राज सिंह से उसने पैसे मांगे पर उसने इन्कार कर दिया। हंसिका को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने अपराध का रास्ता चुना। प्रेमी राज के साथ मिलकर अपने ही अपहरण का कहानी बुनी और घर वालों से 10 लाख की फिरौती के लिए फोन कर दिया।
लूट और चोरी में राज जा चुका जेल
पुलिस के अनुसार राज 2020 में गोविंदनगर थाने से लूट के मामले में जेल भेजा जा चुका है। इसके पहले उसने अपने हिस्ट्रीशीटर भाई के साथ मिलकर पनकी की एक फैक्टरी में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उस घटना में भी दोनों भाइयों ने फैक्टरी मालिक और पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी रची थी।
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