दिल्ली। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A. का ऐलान होने के बाद दिल्ली में भी राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। यहां सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी इस बार कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ सकती है। औपचारिक घोषणा भले ही अभी न हुई हो लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में दोनों के बीच गठबंधन करके चुनाव लड़ने की सहमति भी बन गई है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने करीब एक माह पहले बयान दिया था कि राजधानी में पार्टी लोकसभा की कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, अभी फाइनल नहीं हुआ है। देश भर में कांग्रेस गठबंधन की राह पर आगे बढ़ रही है। दिल्ली में भी ऐसी संभावना बरकरार है। बुधवार को “आप” के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने भी इसकी पुष्टि कर दी। अनौपचारिक बातचीत में राय ने कहा, केवल दिल्ली में ही नहीं, टीम “इंडिया” में शामिल सभी विपक्षी पार्टियां देश भर में इस बार लोकसभा चुनाव मिलकर लडेंगी। यह पूछने पर कि दिल्ली की सात सीटों का बंटवारा कैसे होगा, चार-तीन या पांच- दो? राय ने कहा, यह फार्मूला राष्ट्रीय स्तर पर तय होना है।
अभी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा
पिछले लोकसभा चुनावों की अगर बात करें तो दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। उनके सातों उम्मीदवार जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। लोकसभा चुनाव में एकतरफा जीत हासिल करने वाली बीजेपी विधानसभा चुनावों में हार का सामना करती दिखाई दी। आम आदमी पार्टी को विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत मिला था।
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