दिल्ली। दिल्ली में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच सरकार ने मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए सख्त कदम उठाया है। सरकार ने घरों में मच्छरों की ब्रीडिंग मिलने पर लगने वाला जुर्माना बढ़ा दिया है। घर में मच्छरों की ब्रीडिंग मिली तो प्रति परिवार 1000 रुपये जुर्माना देना होगा। जबकि कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों के लिए 5,000 रुपये किया गया। पहले जुर्माने की राशि 500 रुपये थी।
शुक्रवार को वेक्टर जनित बीमारियों (डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया) से बचाव व रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान डेंगू को लेकर हेल्पलाइन 1031 जारी करने के साथ ही कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली सरकार डेंगू से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जुलाई में बढ़ने लगे डेंगू के मामले
बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में बारिश अक्सर जुलाई के महीने में शुरू होती थी। लेकिन इस बार अप्रैल, मई और जून में भी बारिश हुई है। जुलाई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। इस वजह से मच्छर जनित बीमारियों का ट्रेंड ज्यादा दिख रहा है। अगस्त-सितंबर महीने में डेंगू, मलेरिया और चिगनगुनिया के मामले बढ़ने के ट्रेंड दिखाई देते थे, जो इस बार जुलाई महीने में देखने को मिल रहा है। इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को डेंगू सहित अन्य स्तर पर कार्य करने का टारगेट दिया है। साथ ही लोगों के बीच जारूकता अभियान चलाया जाए। लोगों को बताया जाए कि कैसे डेंगू की रोकथाम की जा सकती।
दिल्ली में डेंगू का टाइप टू
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों के चल रहे ट्रेंड की जिनोम सिक्वेंसिंग कराई है। इसमें पाया गया है कि 20 सैंपल में से 19 सैंपल टाइप टू डेंगू के हैं। टाइप टू डेंगू में खतरा ज्यादा रहता है। जांच से पता चला कि दिल्ली में डेंगू के दो नहीं एक स्टेन है। यह बीमारी बहुत ज्यादा गंभीर नहीं होती है। लेकिन सरकार पूरी तरह से सर्तक है।
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