अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों की गुंडई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में समुदाय विशेष के छात्रों ने सुलेमान हॉल में हिंदू छात्र के साथ मारपीट की। इतना ही नहीं युवक से छात्रों ने जूतों में नाक भी रगड़वाई है। यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर ने घटना की जाँच के आदेश दिए हैं।
पीड़ित युवक का नाम आकाश है। आकाश प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। उधर आरोपी छात्र का नाम जैद मोहम्मदी है। वीडियो में AMU का छात्र नेता फरहान जुबेरी भी बैठा नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि महेशपुर गांव के पास आकाश के दोस्त का एक होटल है। मारपीट करने वाले छात्र इस होटल पर अक्सर शराब पीने के लिए आते थे।
हॉस्टल में ले जाकर पीटा
जानकारी के अनुसार युवक ने छात्रों को शराब पीने से रोका था। जिससे आरोपी छात्र काफी ज्यादा भड़क गए और उससे रंजिश मानने लगे। वहीं आरोपी छात्रों ने रंजिश के चलते उसे 23 जून को किसी बहाने बुलाया और हॉस्टल में ले जाकर पीटा। पीड़ित युवक ने कहा है कि फरहान उससे शराब पीने की बात करने को लेकर मना करने पर गुस्सा होने की बात कही। तीन बाद वह दोबारा युवक से मिला। उससे कुछ बात करने को कहकर अपनी गाड़ी पर बैठाकर ले गया। एएमयू के सुलेमान हॉल के कमरे में लेकर वह पहुंचा। वहां 10 से 12 लड़के और आ गए। उसके साथ मारपीट शुरू हो गई। फोन छीन लिया गया।
युवक ने कहा कि पुलिस से शिकायत की तो थाने में बंद कर दिया गया। पुलिस के समक्ष खुद की गलती नहीं होने की दुहाई दी। इसके बाद रात 8 बजे मुझे छोड़ा गया। छात्रों को कब छोड़ा गया जानकारी नहीं। मेरे साथ बहुत मारपीट की गई। उन लोगों ने मुझे पैर पकड़ने को कहा। मैंने कहा, मुझे लड़ाई-झगड़ा नहीं करना। मेरे ऊपर कोई नहीं है। इसके बाद भी मेरा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मुझे धमकी दी गई।
हिंदूवादी संगठनों ने किया विरोध
इस घटना का वीडियो वायरल हुआ तो कई हिंदूवादी संगठन भी सड़क पर आ गए। जानकारी अनुसार घटना के बाद हिंदूवादी छात्र नेता आरोपी छात्र को गिरफ्तार कराने के लिए बाबे सय्यद गेट के लिए कूच कर रहे थे कि तभी पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने हिंदूवादी छात्र नेताओं और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों को समझाने का काम किया। घटना के बाद स्थिति को देखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सर्किल पर बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं, सीओ थर्ड अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वीडियो पुलिस को मिला है। इसमें एक महीने पहले विवाद हुआ था। पीड़ित की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। अगर, पीड़ित तहरीर देगा तो मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।