गाजियाबाद। नौकरी व रुपये का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म में मतांतरण कराने वाले आरोपित पादरी महेंद्र को मोदीनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पादरी के ट्रस्ट को विदेश और देश के विभिन्न राज्यों से फंडिंग होने की पुष्टि हुई है। उसकी पत्नी भी इस काम में शामिल है।
एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि 23 जुलाई को मोदीनगर थानाक्षेत्र के गांव शाहजहांपुर निवासी आशीष ने अपने गांव के रोहित और उसकी मां के खिलाफ शिकायत दी थी। आशीष का आरोप है कि मां-बेटा लोगों को पैसे देकर उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव डालते हैं। मामले का पता लगने पर हिंदू संगठनों तथा ग्रामीणों ने हंगामा किया, जिसके बाद मोदीनगर पुलिस ने रोहित और उसकी मां के खिलाफ धर्मांतरण कराने का केस दर्ज किया था। एसीपी का कहना है कि मामले की जांच में थाना हापुड़ देहात के पीरनगर सूदना निवासी महेंद्र और उसकी पत्नी के नाम प्रकाश में आए। दोनों हापुड़ में बैथहलम गोस्पल नाम से ट्रस्ट चलाते हैं। इसकी आड़ में वह धर्मांतरण कराते थे।
दुआ से बीमारी ठीक करने का दावा करता है महेंद्र
एसीपी मोदीनगर के मुताबित पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महेंद्र पादरी का किरदार निभाता था। शाहजहांपुर निवासी रोहित का जीजा महेंद्र के संपर्क में था। रोहित की पत्नी बीमार हुई तो जीजा उसे महेंद्र के पास ले गया। वहां महेन्द्र ने उसका इलाज किया था। महेन्द्र दुआ के जरिए इलाज करने का दावा करता है। इसके बाद बेटे के बीमार होने पर रोहित ने महेन्द्र को अपने घर बुलाया था। एसीपी के मुताबिक इस दौरान रोहित ने कुछ ग्रामीणों को अपने घर बुलाया और पैसों का लालच देकर धर्मांतरण का दबाव डाला। पता लगने पर गांव के आशीष ने पुलिस में शिकायत की थी।
दो महीने में 150 लोगों का धर्म बदलवाने का लक्ष्य था
एसीपी मोदीनगर के मुताबिक महेंद्र और उसकी पत्नी धर्मांतरण कराने के मिशन में जुटी हुई थी। जांच में 25 से अधिक लोगों के धर्मांतरण की बात सामने आई है। पता चला है कि महेंद्र और उसकी पत्नी हापुड़ और आसपास के कई लोगों पर धर्मांतरण का दबाव डाल रहे थे। उनका लक्ष्य दो महीने में 150 लोगों के धर्मांतरण कराने का था। दोनों आरोपी लोगों को जाल में फंसाने के लिए ईसाई धर्म की खूबियां गिनाते थे। इसके बाद उन्हें पैसों का लालच देकर उन पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालते थे।
ट्रांजेक्शन से हुई विदेशी फंडिंग की पुष्टि
पुलिस ने जांच की तो उसके तीन बैंक खाते ट्रेस हुए। खातों की ट्रांजेक्शन खंगालने पर विदेशी फंडिंग की पुष्टि हुई। पुलिस का मानना है कि अभी महेंद्र और उसकी पत्नी के और खाते भी हो सकते हैं। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि वर्ष 2021 में महेंद्र के खाते में विदेश से फंडिंग की गई थी। इसके अलावा पंजाब समेत कई राज्यों से भी महेंद्र को पैसा भेजा गया। महेंद्र द्वारा भी 15 से 20 लोगों के खाते में रकम भेजी गई। पूछताछ करने पर पता चला कि यह रकम धर्मांतरण कराने के बदले में दी गई थी।
पादरी की पत्नी की भी तलाश
महेंद्र की पत्नी की तलाश की जा रही है। पूछताछ में सामने आया कि उसकी ट्रस्ट की ओर से हापुड़ के लोदीपुर गांव के पास एक दो मंजिला इमारत में धर्म परिवर्तन के लिए राजी हुए लोगों को रखता था। यहां लोगों को ईसाई धर्म के रीति-रिवाजों की जानकारी दी जाती थी। पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
Discussion about this post