गाजियाबाद। मोदीनगर थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में बीए फर्स्ट ईयर के छात्र का जबर्दस्ती धर्मांतरण कराने के मामले में पुलिस ने मां-बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। आरोप है कि मां-बेटे पैसों का लालच देकर अब तक काफी लोगों का धर्मांतरण करा चुके थे। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
गांव शाहजहांपुर निवासी आशीष मोदीनगर के एक कॉलेज से बीए कर रहे हैं। साल भर पहले उनकी तबीयत खराब हुई थी। दवा से भी आराम नहीं लग रहा था। इसी बीच पड़ोसी आरोपित रोहित उन्हें अपने घर ले गया। उनसे कहा कि ईसाई धर्म अपना ले। इससे बीमारी सही हो जाएगी। आगे पढ़ाई भी नहीं करनी पड़ेगी। नौकरी भी लगवा दी जाएगी लेकिन आशीष ने मना कर दिया। तभी से आरोपित रोहित व उसकी मां कुसुम छात्र को प्रलोभन देते रहे। रास्ते में रोककर ईसाई धर्म की विशेषता बताते। एक लाख देने तक का प्रस्ताव रखा। आशीष ने इस बारे में घर में भी बताया, लेकिन कोई सबूत नहीं होने के कारण उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। तीन दिन पहले रोहित के घर हापुड़ से पांच व्यक्ति आए। जिनमें एक व्यक्ति व चार महिलाएं थी। उनके पास कुछ किताबें भी थी। आशीष को यकीन था कि ये लोग ही मतांतरण कराते हैं।
जानकारी पर शनिवार को हिंदू युवा वाहिनी के नीरज शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। रविवार को भी मामले में रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करते हुए हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने थाने पर हंगामा किया था। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस धर्म परिवर्तन करने वालों को बचा रही है, जबकि पुलिस का कहना था कि कोई तहरीर नहीं मिली है।
सोमवार को इस मामले में आशीष कुमार ने पुलिस को तहरीर दी। आशीष का आरोप है कि मां-बेटे पैसे का लालच देकर कई लोगों का धर्मांतरण करा चुके हैं। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि तहरीर के आधार पर रोहित कुमार और कुसुम निवासी शाहजहांपुर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
जांच एजेंसियों ने गांव में डेरा डाला
आरोपितों से सोमवार को खुफिया एजेंसियों ने भी पूछताछ की। एलआईयू व इंटेलिजेंस की टीम सोमवार को आरोपित के घर शाहजहांपुर भी पहुंची। वहां से बाइबल के अलावा कुछ अन्य वस्तुएं भी बरामद हुई हैं। जांच में सामने आया है कि दो साल पहले रोहित के परिवार ने ईसाई में मतांतरण कराने की कोशिश की, लेकिन पारिवारिक कारणों से उस समय मतांतरण नहीं हुआ। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि अब तक कितने लोगों का धर्मातरण कराया गया। दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक जांच एंजेसियों के लोग गांव शाहजहांपुर में रहे और ग्रामीणों के बयान दर्ज किए।
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