हिंडन में उफान, कॉलोनियों में घुसा पानी, फसल भी डूबी

गाजियाबाद। हिंडन नदी का पानी सिटी फॉरेस्ट में भरने के बाद अब करहेड़ा की चार कॉलोनियों में भी घुस गया है। पानी का बहाव तेज होने से यहां रहने वाले 1500 से अधिक परिवार दहशत में हैं। इन कॉलोनियों में सात हजार से अधिक आबादी रहती है।

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से हिंडन का स्तर बढ़ गया है। सहारनपुर से पानी हिंडन में तेजी से आ रहा है। इससे हिंडन से सटे गांव और खेतों में पानी घुसने लगा है। सबसे पहले मोदीनगर और मुरादनगर क्षेत्र में नदी किनारों से बाहर निकली। इसके बाद सिटी फोरेस्ट में पानी भर गया। जीडीए ने गुरुवार को सिटी फोरेस्ट को बंद करा दिया था। सिटी फॉरेस्ट के साथ वहां बनी पुलिस चौकी में पानी भर गया है। जल स्तर बढ़ते ही राजनगर एक्सटेंशन से सटे अटौर गांव के बहारी छोर पर रह रहे कुछ घरों में पानी भर गया। करहेड़ा गांव से सटी कॉलोनियों में भी पानी तेजी से बह रहा है। इससे लोगों में दहशत का माहौल है।

सिटी फॉरेस्ट समेत इन कॉलोनियों में भरा है पानी
सिटी फॉरेस्ट 175 एकड़ में फैला हुआ है। इसके कई पॉकेट में पानी भर गया है। इसके अलावा कृष्णा सोसाइटी, कॉष्णा कॉलोनी, शिव चरण कॉलोनी, उदम कॉलोनी में पानी भर गया है। हालांकि इन कॉलोनियों में ज्यादातर भूखंड खाली पड़े हैं लेकिन फिर भी 1500 परिवार से अधिक लोग यहां मकान बनाकर रहते हैं।

किसानों की फसल डूबी
बाढ़ की वजह से एक दर्जन से ज्‍यादा गांव प्रभावित हैं। ग्रामीणों के घरों में पानी घुस गया है। बाढ़ की वजह से फसलें बर्बाद हो गई हैं। सब्‍जी किसान सुरना का कहना है कि जहां तक नजर जा रही है पानी ही पानी है। हिंडन नदी के जल ने हमारी धान की फसल को बर्बाद कर दिया है। इससे हमारे जैसे छोटे किसान काफी प्रभावित हैं।

अपर जिलाधिकारी राजस्व विवेक श्रीवास्तव और एसडीएम विनय कुमार सिंह ने मौके पर जाकर हिंडन का जायजा लिया।साथ ही लोगों से हिंडन किनारे नहीं जाने की अपील। जिन इलाकों में पानी भर गया वहां मुनादी कराकर लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है। एसडीएम विनय कुमार सिंह ने बताया स्थिति अभी नियंत्रण में है। कुछ जगह पानी भर गया है। उन्होंने बताया कि कहरेड़ा में राहत शिविर बना दिया है। अटौर गांव में भी राहत शिविर बनकर तैयार हो जाएगा। हिंडन के जल स्तर पर नजर रखी जा रही है।

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