इम्फाल। मणिपुर हिंसा के दौरान दो महिलाओं को निर्वस्त्र परेड कराए जाने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपी अरेस्ट किए गए हैं। गुरुवार रात तक चार आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। मणिपुर हिंसा की ये वो घटना है जिसके वीडियो ने सभी को हिलाकर रख दिया वहीं इस घटना ने पूरे भारत को शर्मसार कर दिया है।
मणिपुर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पहले गुरुवार सुबह घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया। जिसकी पहचान हुइरेम हेरोदास मैतेई (32 वर्ष) के रूप में हुई। इसके बाद रात तक तीन और आरोपी गिरफ्तार किए गए। इस तरह मामले में अब तक कुल 4 चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कल रात कहा था कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थाउबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने क्या कहा?
राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटना को अमानवीय करार दिया और कहा कि अपराधियों को मृत्युदंड मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये मानवता के प्रति अपराध है और उनकी सरकार इस जघन्य अपराध पर चुप नहीं रहेगी। घटना में शामिल अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए अधिकारियों को व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
राज्यपाल ने दिए ये निर्देश
इस घटना को लेकर मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गुरुवार को राज्य के डीजीपी से मुलाकात की और सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और पीड़ितों को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने डीजीपी से पूछा कि जिस थाने में इस घटना की शिकायत दर्ज हुई थी वहां कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने कहा कि एक मंच पर सब लोग बैठें और अपनी मांगें रखें, बातचीत से ही समाधान निकाला जा सकता है। हिंसा से किसी का लाभ नहीं होता।
मणिपुर में जातीय हिंसा
गौरतलब है कि मणिपुर में दो महीनों से ज्यादा समय से कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय हिंसा हो रही है। जिसमें अब तक 150 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। सैकड़ों घर जला दिए गए हैं और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर राहत शिविर कैंप में रह रहे हैं।ये हिंसक झड़पें बीती 3 मई को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतई समुदाय की मांग के विरोध में निकाली गई आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद शुरू हुई थी।
Discussion about this post