सेलम। तमिलनाडु के सेलम से दिल को दुखाने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक मां ने बेटे की पढ़ाई पूरी करने की खातिर अपनी जान दे दी। वह बस के सामने कूद गई ताकि हादसे के बाद सरकार की तरफ से मिलने वाले मुआवजे के पैसे से अपने बेटे की कॉलेज की फीस भर सके। हालांकि दुर्घटना में महिला की मौत हो गई।
यह घटना सेलम जिले में 28 जून को हुई थी। हालांकि इसका वीडियो अब सामने आया है। कलेक्टर कार्यालय में सफाईकर्मी के तौर पर काम करने वाली 45 वर्षीय महिला पपति की बस की टक्कर से मौत हो गई। उसने अपने बेटे को पढ़ा-लिखाकर कुछ बनाने का सपना देखा था। वह मुश्किल दौर से गुजर रही थी। उसने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष किए लेकिन हार नहीं मानी। उसने अपने बेटे का दाखिला स्कूल में करा दिया था। वह उसी पढ़ाई का खर्चा उठा रही थी। कुछ दिनों से वह आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। उसने बेटे की फीस भरने के लिए बहुत कोशिश की मगर कामयाब नहीं हो सकी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला को किसी ने मुआवजे को लेकर गुमराह कर दिया था, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पपति को किसी ने कहा था कि अगर वह सड़क हादसे में जान गंवा देती है, तो राज्य सरकार की तरफ से मुआवजा मिलेगा। इसके बाद महिला ने बेटे लिए खुदकुशी करने की सोची। वह 28 जून को तमिलनाडु सरकार से वित्तीय मदद पाने के लिए चलती बस के सामने कूद गई।
पहले भी की कोशिश
खबर है कि महिला ने एक बार नहीं, बल्कि उसी दिन दो बार सड़क हादसे का शिकार होने की कोशिश की। घटना का वीडियो भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। कहा जा रहा है कि महिला ने पहले जब बस के सामने कूदने की कोशिश की, तो वह दोपहिया वाहन से टकरा गई। कुछ समय बाद ही उसने दोबारा कोशिश की और बस की टक्कर से दूर जा गिरी।