कुशीनगर। यूपी के कुशीनगर के पडरौना कोतवाली में तैनात दरोगा की सोमवार सुबह सड़क हादसे में मौत हो गयी। ट्रक की चपेट में आने से वह गंभीर रुप से घायल हो गये थे। बीआरडी मेडिकल कॉलेज लाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गयी।
जौनपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के छितईपुर गांव के निवासी आनंद शंकर सिंह 1992 बैच के दरोगा थे। इनकी तैनाती पडरौना कोतवाली में थी और हल्का नंबर चार के इंचार्ज थे। आनंद शंकर सिंह सुबह आठ बजे बाइक से अकेले ही गश्त पर निकले थे। पडरौना-खड्डा मार्ग पर बंधू छपरा गांव के समीप पहुंचे कि अचानक खड्डा की तरफ से आए तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में ठोकर मार दिया। इससे वे लहूलुहान हो गिर पड़े। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। वहां ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग गया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है।
भोजन बनाओ, एक घंटे में आएंगे
सड़क हादसे में दारोगा की मृत्यु की खबर मिलते ही पत्नी चीखने-चिल्लाने लगीं। पत्नी की दशा देख महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें मुश्किल से संभाला। वह यह कहते कहते अचेत हो गईं कि जाने से पहले बोले थे कि भोजन बनाओ हम एक घंटे में लौट आएंगे।
एक वर्ष पूर्व बीमारी से बेटी की मृत्यु
पुलिसकर्मियों के अनुसार दारोगा आनंद शंकर सिंह के इकलौते बेटे के अलावा एक बेटी भी थी। डेढ़ वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। छह माह ससुराल में रहकर वह ससुराल से पिता के पास पडरौना आई थी। अचानक पेट में दर्द होने पर दारोगा निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
दुर्घटना में उनके मौत की जानकारी होने पर शहर के कई लोग कोतवाली पहुंच गए, जो उनके व्यवहार की सराहना कर रहे थे। एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि दरोगा विवेचना के लिए जा रहे थे। ट्रक की टक्कर से उनकी मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।