गाजियाबाद। यमुना के अलीपुर बांध टूटने से पानी अब गाजियाबाद में भी घुसने लगा है। यमुना में आई बाढ़ से लोनी इलाके के दर्जनों गांव डूब गए हैं। कई घरों में पानी घुस चुका है तो कई डूबने का कगार पर हैं। बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने गांव से लोगों को बाहर निकालने का काम भी शुरू कर दिया है।
बागपत की सीमा में गुरुवार को पानी के बहाव से पुश्ता करीब एक फुट टूटा था। पानी इतनी तेजी से निकल रहा था कि कुछ ही घंटों में पुश्ता करीब 30 फुट टूट गया था। पुश्ता टूटने के बाद पानी तेजी से बागपत और लोनी के अलग-अलग गांव की तरफ बढ़ने लगा था। 24 घंटे के अंदर पानी के बहाव ने करीब 100 फुट चौड़ा पुश्ता तोड़ दिया। शुक्रवार को पानी लोनी के 7 गांव में करीब 4 से 5 फुट तक भरने से गांव में बाढ़ के हालत बन गए। थाना ट्रॉनिका सिटी की पुलिस चौकी में भी कई फुट पानी भर चुका है। कुछ ग्रामीण पानी से होकर अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने लगे। कुछ ग्रामीणों ने अपने घरों के सामान को ऊपर मंजिल पर रख लिया। कुछ ग्रामीण अभी भी अपने घरों में फंसे हैं। पानी में फंसे ग्रामीणों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाना पड़ा। एनडीआरएफ की टीम नाव के माध्यम से लोगों को बाहर निकालने में जुट गए। जिन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। नगरपालिका लोनी उन लोगों के ठहरने के लिए पुश्ता के ऊपर ही टेंट लगा रही है।
शहरी इलाकों की तरफ बढ़ रहा पानी
खादर के बाद पानी अब शहरी इलाकों की तरफ बढ़ रहा है। पानी जल्द पूजा कॉलोनी, रामेश्वर पार्क कॉलोनी, खुशहालपार्क, दौलतनगर, पावी और लोनी शहरी इलाकों में पहुंचने वाला है। इन इलाकों में भी बाढ़ के हालत पैदा होने वाले हैं। खजुरी पुश्ता पर हो रहे निर्माण कार्य में भी बाधा आ सकती है।
पत्थर डलवाकर पानी के बहाव को रोकने का प्रयास
पानी रोकने के लिए प्रशासन ने दिल्ली और आसपास के इलाकों से बड़े-बड़े पत्थर मंगाए हैं। इन पत्थरों को पानी मे डाला जा रहा है। जिससे पानी का बहाव कम हो सके। पानी का बहाव कम होने के बाद पुश्ते का निर्माण किया जाएगा। वहीं बागपत प्रशासन भी पुश्ता के निर्माण करने में जुटा है।
बिजली सप्लाई ठप
जलस्तर बढ़ने के कारण मंडोला और आवास विकास बिजलीघर की बिजली सप्लाई को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। जिसकी चलते हजारों उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना भी करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं लगातार बढ़ रहे जलस्तर से जगह-जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है।
यमुना पूरे उफान पर सभी रेकॉर्ड तोड़े
लोनी में पचायरा के पास उफनती यमुना नदी का जलस्तर पुराने सभी रेकॉर्ड को तोड़ दिया हैं। गुरुवार दोपहर 12 बजे तक यमुना खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर 212.30 मीटर पर बह रही थी, शाम पांच बजे जलस्तर में कुछ और बढ़ोत्तरी हुई है। अलीपुर पुस्ते के टूटने की आशंका के चलते ग्रामीण भयभीत हैं और लगातार पुस्ते की निगरानी कर रहे हैं। जबकि प्रशासन भी पुस्ते पर निगरानी बनाए हुए हैं और रिसाव संभावित स्थानों की रिपेयरिंग करा रहा है। हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में छोड़े गए पानी के कारण लोनी में यमुना का जलस्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है।
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