गाजियाबाद। कविनगर थाना क्षेत्र में ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिये किशोरों का ब्रेनवॉश कर मतांतरण कराने के आरोपित पूर्व मौलवी अब्दुल रहमान पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा दिया गया है। पुलिस ने उसे डासना जेल में तामील करा दिया है। अब अगले निर्णय तक वह जेल में ही रहेगा।
एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि अब्दुल रहमान ने आठ जून को जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। इसके लिए उनसे आख्या मांगी गई थी लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए उसकी जमानत नहीं कराई गई। उसके खिलाफ अब एनएसए की कार्रवाई कराई गई है। यह फाइल अब शासन को भेजी जाएगी। जिसपर आगे का निर्णय शासन से होगा। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा और DM राकेश कुमार सिंह ने NSA की फाइल पर बुधवार को हस्ताक्षर कर दिए हैं। NSA की एक कॉपी जेल में बंद अब्दुल रहमान को प्राप्त करा दी गई है, वहीं दूसरी कॉपी रासुका बोर्ड को लखनऊ भेजी जाएगी।
बता दें, बीते चार जून को गाजियाबाद में किशोर के धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया था।पुलिस ने एक गैंग का भंडाफोड़ किया था, जो ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से किशोरों का धर्मांतरण करा रहा था। इसी मामले में आरोपी मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया गया था।
जांच में पता चला कि इस नाबालिग लड़के सहित ऐसे कुल चार हिन्दू-जैन लड़के हैं, जो धर्मांतरण की राह पर हैं। इसके बाद इस केस में 11 जून को मुख्य आरोपी बद्दो की गिरफ्तारी महाराष्ट्र से हुई। मास्टरमाइंड शाहनवाज उर्फ बद्दो पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा चल सकता है, जांच में उसके कनेक्शन पकिस्तान से पाए गए थे। उसके पास पाकिस्तान से कुछ ईमेल आने की जानकारी प्राप्त हुई थी।
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