गाजियाबाद। क्रासिंग रिपब्लिक क्षेत्र में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर गलत दिशा में चल रही बस की टक्कर से टीयूवी कार सवार छह लोगों की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्कूल बस 8 किलोमीटर तक रॉन्ग साइड तक चली तब भी एक्सप्रेस वे पर तैनात पुलिस की नजर उस पर क्यों नहीं पड़ी? जांच में यह भी सामने आया है कि नियमों का उल्लंघन करने के मामले में इस बस का यातायात पुलिस द्वारा 15 बार चालान किया गया है।
अकबरपुर बहरामपुर के पास हुए हादसे की सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि स्कूल बस एक्सप्रेस वे पर रॉन्ग साइड से आ रही है जबकि कार मेरठ की ओर से आ रही है। तभी दोनों की टक्कर हो जाती है। बताया जा रहा है कि स्कूल बस ड्राइवर बस में सीएनजी भरवाकर कुछ किलोमीटर की यात्रा बचाने के लिए 8 किलोमीटर तक रॉन्ग साइड में बस चलाता रहा लेकिन सवाल ये है कि आखिर जब बस ड्राइवर दिल्ली-मेरठ जैसे प्रमुख और व्यस्ततम एक्सप्रेस वे पर रॉन्ग साइड से दाखिल हो रहा था, तो उसे रोका क्यों नहीं गया। इतना ही नहीं बस चालक 8 किलोमीटर तक रॉन्ग साइड चलता रहा, तब भी एक्सप्रेस वे पर तैनात पुलिस की नजर उस पर क्यों नहीं पड़ी?
15 बार हो चुका है चालान
दिल्ली-मेरठ एक्स्प्रेस-वे पर छह लोगों की जान ले ली, उस यूपी 16 सीटी 7835 बस का बिना लाइसेंस वाहन चलाने, सड़क पर तेज रफ्तार से बस दौड़ाने, बिना सीट बेल्ट के चलाने व पार्किंग नियमों का उल्लंघन करने के मामले में यातायात पुलिस द्वारा 15 बार चालान किया गया है। चार जुलाई को सेक्टर- 68 में भी बिना सीट बेल्ट के फर्राटा भर रही बस के खिलाफ यातायात पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई थी।
परिवहन विभाग ने भी बरती लापरवाही
बस के कागजात पूरी तरह से नियमों पर खरे उतरते हैं लेकिन बस चालक के प्रशिक्षित होने पर सवाल खड़ा हो रहा है क्योंकि नोएडा, गाजियाबाद की सड़क पर लगातार एनसीआर परमिट की इस बस द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया। जबकि जिले में स्थित परिवहन विभाग में भी ड्राइविंग लाइसेंस देने के लिए काम चलाऊ व अस्थाई व्यवस्था से ड्राइविंग टेस्ट लिया जा रहा।
स्कूल नहीं एक कंपनी के लिए चल रही एक साल से बस
नोएडा स्थित ओरिएंट फैशन में बस पिछले एक वर्ष से लगी हुई है। विश्व भारती स्कूल से बस पिछले वर्ष अटैच थी। बस का भजनपुरा का रूट है। गाजीपुर से सीएनजी भरवाने के बाद बस ड्राइवर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर चढ़ गया था। ट्रांसपोर्टर पीएस चौधरी ने बताया कि कैंब्रिज स्कूल, विश्व भारती सहित डीपीएस नॉलेज पार्क में उनकी बस चलती हैं। जो वहीं पर खड़ी हो जाती हैं। गाजियाबाद पुलिस अधिकारियों ने भी वर्तमान में बस का ओरिएंट फैशन कंपनी से जुड़े होने की पुष्टी की है।
आठ साल में दर्जनभर बार हो चुका है चालान, सभी कागजात दुरुस्त
बस का पंजीकरण परिवहन विभाग नोएडा में एक मई 2015 को हुआ है। बस की उम्र आठ वर्ष दो महीने की है। 30 अप्रैल 2025 तक बस की फिटनेस मान्य है। प्रदूषण सर्टिफिकेट 12 मई 2024 तक मान्य है, जबकि 31 मई 2024 तक बस का बीमा भी है।
खाटू श्याम जाना था परिवार को
एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि मेरठ इंचौली से नरेंद्र यादव अपने और भाई धर्मेंद्र के परिवार के साथ गुड़गांव बहन के घर जाने के लिए निकले थे। उन्हें बहन के साथ आगे खाटू श्याम जी जाना था। रॉन्ग साइड आई बस से हुई टक्कर में नरेंद्र यादव, उनकी पत्नी अनिता, भाई की पत्नी बबीता, नरेंद्र का 12 साल का बेटा हिमांशु और 15 का बेटा कार्तिक, धर्मेंद्र की 7 साल की बेटी वंशिका की मौत हो गई। वहीं, धर्मेंद्र और उसका 8 साल बेटा आर्यन गंभीर रूप से जख्मी है। उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने ड्राइवर प्रेमपाल को पकड़ लिया है।
Discussion about this post