दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के कई इलाको में तेज बारिश शुरू हो गई है तो वहीं यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। खासकर निचले इलाकों को और ज्यादा खतरा है।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, आज (11 जुलाई) सुबह 8 बजे, पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जल स्तर 206.32 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के स्तर (205.33) से ऊपर बह रहा है। इसे देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिसके कारण रेलवे ने पुराने यमुना पुल से होकर गुजरने वाली रेल गाड़ियों का रूट बदल दिया है।
इन इलाकों में बाढ़ का खतरा
राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से वो 9 इलाके हैं जहां बाढ़ का खतरा सबसे पहले मंडरा रहा है। इनमें निचले इलाके पहले हैं। सीलमपुर की किसान बस्ती, सोनिया विहार में एमसीडी टोल, पुराना लोहे का पुल, आईएसबीटी वाली किसान बस्ती, अन्नपूर्णा मंदिर, उस्मानपुर पुस्ता, बदरपुर खादर गांव, सबपुर बस टर्मिनल और गढ़ी मांडू गांव इलाके आते हैं।
पूर्वी दिल्ली जिले के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर बने शिविरों में ट्रांसफर किया गया है। केजरीवाल सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों और यमुना के जल स्तर की निगरानी के लिए 16 नियंत्रण कक्ष (Control Room) स्थापित किए हैं।
Discussion about this post