गाजियाबाद। आबकारी विभाग की टीम ने पिछले 2 से 3 साल पुरानी लगभग 13 करोड़ कीमत की शराब को नष्ट किया है। नष्ट की गई शराब की बोतलों में ₹700 से लेकर 1500 रुपए तक की शराब की बोतल थीं।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि दो साल पहले यूनाइटेड स्प्रिट कंपनी का बिक्री लाइसेंस रद्द हो गया था। तब से ये शराब डासना स्थित वेयरहाउस में रखी थी। शराब का दुरुपयोग न हो, इसलिए इसको शुक्रवार को रोलर से नष्ट किया गया है। इनमें सभी अंग्रेजी ब्रांड की बोतल थीं। जिनकी कीमत ₹700 से लेकर 1500 रुपए की थी। नष्ट की गई इस शराब की कीमत करीब ₹13 करोड़ आंकी गई है।
उन्होंने बताया कि यह सभी शराब उत्तर प्रदेश में बिक्री के लिए मान्य थी।लेकिन अधिक पुरानी होने के कारण इसे बाजार में नहीं बेचा जा सकता था। इसलिए शुक्रवार को डासना स्थित गोदाम में ही 9500 शराब की पेटियों को रोलर के माध्यम से नष्ट कर दिया गया है।
जमा की गई साढ़े 9 करोड़ रुपए एक्साइज ड्यूटी
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि यूनाइटेड स्प्रिट लिमिटेड कंपनी ने ठेका निरस्त होने के बाद इस शराब का उठान वेयर हाउस से नहीं किया। न ही इसको मार्केट में बेचा जा सकता था। इसलिए पिछले दिनों आबकारी आयुक्त ने शराब को नष्ट करने का आदेश दिया था। इसके तहत ये कार्रवाई की गई है। इस शराब की एक्साइज ड्यूटी करीब साढ़े 9 करोड़ रुपए सरकार को पहले ही जमा कराए जा चुके हैं।
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