दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा एक्शन लिया है। ईडी ने दिल्ली की अब समाप्त की जा चुकी आबकारी नीति को बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार रात को कारोबारी दिनेश अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया। इस शराब घोटाले की जांच सीबीआई भी कर रही है और अरोड़ा को उसके मामले में सरकारी गवाह बनाया गया है।
ईडी द्वारा लंबी पूछताछ के बाद दिनेश अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। उन्होंने दिल्ली शराब नीति घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उम्मीद है कि एजेंसी उन्हें शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश करेगी। कारोबारी दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कथित तौर पर करीबी है, जो आबकारी नीति मामले में आरोपी हैं। ईडी द्वारा इस मामले में यह 13वीं गिरफ्तारी है जिसमें उसने सिसोदिया के खिलाफ आरोप पत्र समेत अब तक पांच आरोप पत्र दायर किये हैं।
ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया गया है कि 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में कुछ शराब डीलरों का पक्ष लिया गया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने इस आरोप का खंडन किया है।
कौन है दिनेश अरोड़ा
CBI के मुताबिक दिनेश दिल्ली के बड़े कारोबारी हैं और रेस्टोरेंट इंडस्ट्रीज में जाना-माना नाम हैं। दिनेश 2009 से इस इंडस्ट्री से जुड़े हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2009 में उन्होंने दिल्ली के हौज खास इलाके में अपना पहला कैफे खोला था। दिनेश की इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक, वो चीका दिल्ली, अनप्लग्ड कोर्टयार्ड और लारोका एरोसिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। इसके अलावा, वे राधा इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर और नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कमेटी मेंबर हैं। जुलाई 2018 में उन्होंने ईस्टमेन कलर रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भी शुरू की थी।