गाजियाबाद। दिल्ली के एक क्रिकेटर का भारतीय क्रिकेट टीम में चयन कराने का झांसा देकर ठगी के मामले में एंटी फ्राड सेल की जांच के बाद मामले में नंदग्राम थाने में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि अब पीड़ित पैसे वापस मांग रहा है तो आरोपित जान से मारने व बदनाम करने की धमकी दे रहे हैं।
दिल्ली के हर्ष विहार के रहने वाले सूरज का कहना है कि राजनगर एक्सटेंशन के एक क्रिकेट ग्राउंड में अभ्यास करने के लिए जाते थे। यहां उनकी पहचान राजनगर के रहने वाले गोल्डी सहगल से हुई। गोल्डी ने अपनी ऊपर तक पहचान बताते हुए उन्हें झांंसा दिया कि वह उनका सिलेक्शन स्टेट अंडर 19 क्रिकेट टीम में करा देगा। इसके बाद गोल्डी सहगल अपने साथी विकास डागर को उनके घर लेकर पहुंचा और सिलेक्शन की एवज में खर्चा होने की बात कही।
इस पर पीड़ित सूरज के पिता बालम सिंह ने विभिन्न माध्यमों व बैंक से लोन लेकर आरोपितों को साढ़े 12 लाख रुपये दे दिए। आरोप है कि आरोपित पीड़ित युवक से अपने घर का सारा काम कराते थे और उन पर बुरी नजर रखते थे। आरोपित सिलेक्शन होने का झांसा देकर लगातार उन्हें तीन साल तक टरकाते रहे। उम्र निकलने के बाद आरोपितों ने अंडर 23 में भर्ती का झांसा दिया।
लेकिन कुछ नहीं हुआ तो उन्होंने रुपये वापस मांगे तो धमकी देने लगे। आरोपितों ने जान से मारने, बदनाम करने व कैरियर बर्बाद करने की धमकी दी। मामले में पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। उनके आदेश पर मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले में जांच की जा रही है।