अगरतला। टिपरा इंडिजिनस प्रोग्रेसिव रीजनल एलायंस (टिपरा मोथा पार्टी) के प्रमुख प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मा ने मंगलवार को राजनीति छोड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि एमपी बनने से कुछ नहीं मिलेगा, पीएम बनने से कुछ नहीं मिलेगा, मंत्री बनने से कुछ नहीं मिलेगा।
त्रिपुरा के शाही वंशज देब बर्मा वीडियो जारी कर कहा, “मैंने लोगों को कुछ देने और राजनीति और सार्वजनिक जीवन छोड़ने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा, “मैं अब राजनीति नहीं करना चाहता, मैं लोगों को कुछ देना चाहता हूं। मैंने लोगों को कुछ देने और राजनीति व सार्वजनिक जीवन छोड़ने का फैसला किया है।” साथ ही उन्होंने कहा कि हमे एक दूसरे से ईर्ष्या छोड़कर एक दूसरे का साथ देना होगा। स्वार्थ को पीछे रखकर साथ देने की बात कही। ये बात उन्होंने विपक्ष एकता को लेकर इशारा करती नजर आ रही है।
टिपरा मोथा चीफ ने दो दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उसके बाद राजनीति को लेकर उनका यह बयान कई सवाल खड़े करता है। टिपरा मोथा के एक डेलीगेशन ने शनिवार (2 जुलाई, 2023) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस डेलीगेशन ने गृह मंत्री से ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की अपनी मांग के लिए संवैधानिक समाधान लाने की अपील की थी। टिपरा मोथा चीफ प्रद्योत देबबर्मा ने कहा था कि अमित शाह ने डेलीगेशन को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार जल्द ही मांगों पर चर्चा की प्रक्रिया शुरू करेगी। टिपरा मोथा चीफ ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हमारा एजेंडा बहुत स्पष्ट है- ग्रेटर टिपरालैंड की हमारी मांग का एक संवैधानिक समाधान। हमने गृह मंत्री से मुलाकात की और यह स्पष्ट किया कि हम स्वदेशी लोगों की वास्तविक समस्याों को हल करने में रुचि रखते हैं। लोग बैचेन हो रहे हैं और हमें तत्काल समाधान की जरूरत है।
बता दें कि टिपरा मोथा त्रिपुरा राज्य का मुख्य विपक्षी दल भी है। इसी साल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 32 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था लेकिन दो साल पहले बनी टिपरा मोथा पार्टी 13 सीटें जीत कर अपनी जोरदार मौजूदगी दर्ज कराई थी। शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले टिपरा मोथा पार्टी के अध्यक्ष प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा का जन्म 4 जुलाई 1978 को हुआ। उनके पिता किरीट बिक्रम किशोर देब बर्मा और उनकी मां बिभू कुमारी है। दिल्ली में बचपन गुजारने वाले प्रद्योत माणिक्य देब बर्मा अभी अगरतला में रहते हैं। साथ ही उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत कांग्रेस पार्टी से की। 25 फरवरी 2019 को वे त्रिपुरा कांग्रेस के चेयरमैन बनाए गए। एनआरसी मुद्दे के कारण उन्होंने इस पद से इस्तीफा देकर राजनीति से ब्रेक ले लिया था।
इसके बाद 5 फरवरी 2021 को प्रद्योत माणिक्य के पिता ने TIPRA नाम के एक सामाजिक संगठन को राजनैतिक पार्टी में तब्दील कर दिया। सथ ही 2021 का TTAADC लड़ने का ऐलान किया। आज ये दल टिपरा या टिपरा मोथा के नाम से जाना जाता है।
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