नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मोदी कैबिनेट में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री ने मंत्रिपरिषद की अपनी टीम के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है। प्रगति मैदान में बने नए कन्वेंशन सेंटर में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
करीब पांच घंटे तक चली बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि वर्तमान राजनीति उनमें ऊब पैदा करती है। वह इसलिए क्योंकि देश की राजनीति बस चुनाव जीतने या हारने तक केंद्रित होकर रह गई है। नीतियां और कार्यक्रम बस चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं। वर्तमान राजनीति की प्राथमिकता में देश बहुत पीछे है। इस राजनीति में मैं खुद को सहज महसूस नहीं करता। पीएम मोदी ने नौकरशाही के रवैये पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नौकरशाही अपने कॅरिअर के दौरान बस वित्तीय वर्ष खत्म होने और भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन का वर्ष याद रखते हैं। जो योजना तय समय से पहले पूरी हो सकती है, उसके लिए भी वित्तीय वर्ष खत्म होने का इंतजार करते हैं। चयन का साल इसलिए याद रखते हैं कि सेवा में गुजारे गए वर्ष के अनुरूप उन्हें तरक्की मिलती जाए। ऐसे रवैये से देश आगे नहीं बढ़ने वाला।
विकसित भारत के लिए कसें कमर
पीएम ने कहा कि साल 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य चुनावी नारा नहीं है। देश 25 सालों में कैसे विकसित होगा, इसकी तैयारी शुरू करनी होगी। मेरी इच्छा है कि गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कमेटी बने, ताकि लक्ष्य को हासिल करने के लिए तेजी से काम किया जा सके।
पीएम की बैठक की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने 2024 के चुनाव को देखते हुए मंत्रियों से ज्यादातर चल रहे प्रोजेक्ट्स को जल्द पूरा करने को कहा है। पीएम ने कहा कि सभी काम 26 जनवरी तक पूरे हो जाएं, जिससे इसका उद्घाटन हो सके। यह डेडलाइन इसलिए दी गई है क्योंकि भारतीय गणतंत्र के 75वां साल शुरू होने पर कार्यक्रम भी शुरू होंगे। आगे लोकसभा चुनाव में सरकार को अपनी उपलब्धियां भी सामने रखनी हैं। आगामी चुनावों पर कॉन्फिडेंस व्यक्त करते हुए पीएम ने ‘विजन 2047’ पर फोकस करने को कहा है। उन्होंने मंत्रियों और टॉप अधिकारियों से महज नीतियां बनाने पर नहीं बल्कि जमीन पर रिजल्ट देने पर फोकस करने को कहा है।
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