नई दिल्ली। फ्रांस में 17 साल के एक मुस्लिम युवक की मौत के बाद पूरा देश जल उठा है। ट्रैफिक पुलिस के ऊपर युवक को गोली मारने का आरोप है और इस घटना के बाद आज चौथा दिन है, जब फ्रांस धधक रहा है। इस बीच डॉक्टर और प्रोफेसर एन.जॉन कैम ने कहा है कि फ्रांस में दंगों की स्थिति से निपटने के लिए भारत को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वहां भेजना चाहिए। प्रोफेसर कैम को विश्वास है कि 24 घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दंगे को शांत कर देंगे।
प्रोफेसर एन जॉन कैम ने ट्वीट लिखा है कि फ्रांस में दंगे नियंत्रित करने और हालात पर काबू पाने के लिए योगी आदित्यनाथ को भेजिए। इसके आगे लिखा गया है कि माई गॉड, महज 24 घंटे में वह ऐक्शन लेकर सबकुछ सामान्य कर देंगे। इस ट्वीट में योगी आदित्यनाथ को टैग भी किया गया है। हैरानी की बात यह है कि इस पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ऑफिस की तरफ से जवाब भी दिया गया है। जवाबी ट्वीट में लिखा है कि जब भी दुनिया के किसी हिस्से में दंगा भड़कता है, कानून-व्यवस्था बदहाल होती तो दुनिया योगी मॉडल की मांग करती है। इसी मॉडल के दम पर महाराज जी ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था बहाल की है।
अल्लाहू अकबर नारे के साथ फूंका जा रहा फ्रांस
एक खोजी पत्रकार एमी मेक ने ट्विटर पर दंगों के वीडियो साझा किए हैं और उन्होंने दावा किया है, कि भीड़ को वाहनों में तोड़फोड़ करते और उन्हें आग लगाते हुए और ‘अल्लाहु अकबर’ नारे लगाते हुए सुना जा सकता है। मेक ने कहा, “लंबे आपराधिक इतिहास वाले 17 वर्षीय नाहेल की पुलिस गोलीबारी में मौत के बाद फ्रांस में अल्लाहु अकबर के नारे के साथ दंगे भड़क उठे।”
उन्होंने आगे कहा, कि “एक बार फिर, इस्लामिक प्रवासी समुदाय दंगों, हमलों, आग, लूटपाट और वर्षों से टैक्सपेयर्स के अरबों रुपये से वित्त पोषित सार्वजनिक सेवाओं को नष्ट कर रहे हैं और अपनी विनाशकारी क्षमता को उजागर कर रहे हैं।” वहीं, एक अन्य ट्वीट में पत्रकार ने कहा, कि “पुलिस देश भर में हो रहे प्रवासी और वामपंथी दंगों को नियंत्रित करने में असमर्थ है। फ्रांसीसी मीडिया ने आत्मसमर्पण कर दिया है और वह देश भर में लूटपाट किए जा रहे हैं, आग लगाए जा रहे हैं और नष्ट किए गए कस्बों और शहरों की संख्या पर अब नजर भी नहीं रखा जा रहा है।
गौरतलब है कि मंगलवार को ट्रैफिक चेकिंग के दौरान 17 वर्षीय नाहेल की हत्या का वीडियो सामने आया है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी आक्रोशित हैं। इस घटना के बाद फ्रांस में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हुईं। जिस लड़के की मौत हुई है, उसकी मां अल्जीरिया की हैं और पिता मोरक्के के हैं और ये दोनों फ्रांस में शरणार्थी बनकर आए थे। फ्रांस में मुस्लिमों की बड़ी आबादी शरणार्थियों की है।
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