इंफाल। मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह फिलहाल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। इससे पहले अटकलें थीं कि वे राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेंगे और अपना इस्तीफा सौंपेंगे। अटकलें यह भी लगाई जा रही थीं कि केंद्र सरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकती है। अब सीएम के एलान के साथ ही उनके इस्तीफे की अटकलों पर विराम लग गया है।
भाजपा के ही कई कूकी विधायकों ने उन्हें पद से हटाने की मांग की है। इसके अलावा मणिपुर में कूकी बहुल जनजातीय इलाकों को स्वायत्तता देने की भी मांग की गई है। शुक्रवार सुबह एन बीरेन सिंह राज्यपाल भवन के लिए निकले। इस बीच कुछ महिला समर्थकों ने राजभवन के बाहर सड़क पर जाम लगा दिया और सीएम के काफिले को आगे नहीं जाने दिया। इसके बाद कुछ महिला समर्थकों ने उनके इस्तीफे को फाड़ दिया और उनसे रिजाइन न करने का अनुरोध किया है। बीरेन सिंह ने एक ट्वीट किया कर लिखा, ‘इस अहम मोड़ पर मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा।’
राज्यपाल ने की थी गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात
बीते दिनों हाल ही में मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राज्य की चिंताजनकर स्थिति को लेकर देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। हालांकि इससे ठीक दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य की स्थितियों के बारे में बताया था। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच भड़की हिंसा के बीच तीन हजार लोगों के घायल होने के साथ ही करीब 120 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
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