हाईटेंशन तार के संपर्क में आया जगन्नाथ यात्रा का रथ, 7 लोगों की मौत

उनाकोटि। त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में बुधवार शाम इस्कॉन मंदिर की ओर से निकाली जा रही जगन्नाथ यात्रा का रथ हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे दो बच्चों समेत 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 18 लोग झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।

मान्यताओं के अनुसार, त्रिपुरा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद उल्टी रथ यात्रा निकलती है। इसमें भगवान के रथ को पीछे से खींचा जाता है। इसे घूरती रथ यात्रा कहा जाता है। उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में शाम 4:30 बजे हुआ। श्रद्धालु लोहे से बने रथ को खींच रहे थे। इसी दौरान रथ 133 केवी ओवरहेड केबल के संपर्क में आ गया। हाईटेंशन तार के संपर्क में आने के बाद रथ में आग लग गई और विस्फोट हो गया।

ऊर्जा मंत्री ने दिए घटना की जांच के आदेश
ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। जानकारी मिली है कि बिजली मंत्री अभी अरुणाचल प्रदेश में हैं। वह पूर्वोत्तर राज्यों में बिजली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर एक बैठक में भाग लेने के लिए वहां गए हुए हैं। घटना की जानकारी मिलने पर बिजली मंत्री ने दुख व्यक्त किया और साथ ही जांच के आदेश दिए कि क्या विद्युत निगम की तरफ से कोई लापरवाही हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा की उल्टा रथ यात्रा के दौरान हुए हादसे पर दुख जताया है। पीएम ने कहा कि कुमारघाट पर उल्टा रथ यात्रा के दौरान हादसा दुखद है। जिन लोगों ने इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएं। घायल जल्द से जल्द ठीक हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायल हुए लोगों को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी।

सीएम ने भी जताया दुख
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि एक दुखद घटना में कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कुछ अन्य लोग घायल हो गए। उन शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया। इस कठिन समय में राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को 4 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। जो लोग 60% से ज्यादा जले हैं, उन्हें 1 लाख रुपए दिए जाएंगे। वहीं, 40% से ज्यादा और 60% से कम झुलसे लोगों को 75 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत देबबर्मा ने भी छह श्रद्धालुओं की मौत पर शोक व्यक्त किया। देबबर्मा ने कहा कि मैंने तुरंत अपने सभी स्थानीय विधायकों और एमडीसी को हर संभव मदद देने के लिए कहा है।

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