वॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी दौरे पर हैं। उन्होंने गुरुवार को अमेरिकी संसद में भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने भारत और अमेरिका के साझे संबंधों की बात कही। 57 मिनट तक चले पीएम मोदी के भाषण में 15 बार स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया, तो वहीं प्रधानमंत्री के लिए 79 बार तालियां भी बजीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑटोग्राफ लेने के लिए उनमें एक होड़ से मची हुई थी। हर कोई उनके साथ या तो सेल्फी लेना चाहता था या फिर तस्वीरें खिंचवाना चाहता था। पीएम मोदी ने भी उन्हें निराश नहीं किया।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां मुझे दूसरी बार संबोधन का मौका मिला। अमेरिकी संसद को संबोधित करना मेरे लिए सम्मान की बात है। यह 140 करोड़ भारतीयों का भी सम्मान है।अमेरिकी संसद में कांग्रेसियों का उत्साह देख रहा हूं। मैं स्वागत से अभिभूत हूं। इस शानदार स्वागत के लिए भारतीयों की ओर से आभार। एआई का एक और मतलब अमेरिका और इंडिया है। पिछले 7 वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच बहुत कुछ बदला है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं। लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों – भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी। अपने पूरे इतिहास में, आप दुनिया भर के लोगों को गले लगाते हैं और आपने उन्हें अमेरिकी सपने में समान भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठे हैं और एक मेरे पीछे हैं। उन्होंने खासतौर पर कमला हैरिस का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि 9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के एक दशक से अधिक समय के बाद भी अभी तक कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हम अलग-अलग परिस्थितियों और इतिहास से आते हैं लेकिन हम एक समान दृष्टिकोण और एक समान नियति से एकजुट हैं। जब हमारी साझेदारी आगे बढ़ती है तो आर्थिक लचीलापन बढ़ता है, नवाचार बढ़ता है, विज्ञान फलता-फूलता है, ज्ञान बढ़ता है, मानवता को लाभ होता है, हमारे समुद्र और आकाश सुरक्षित होते हैं, लोकतंत्र उज्जवल होगा और दुनिया बेहतर स्थान होगी। यही हमारी साझेदारी का मिशन है जो इस सदी के लिए हमारा आह्वान है।
सदन में गूंजने लगी तालियां और सीटियां
पीएम मोदी के संबोधन के दौरान सदन खड़े होकर तालियां बजाने लगा। सदन में सीटियां बजने लगीं। इस दौरान सदन में मोदी-मोदी के नारे भी लगे। इसके बाद सदस्यों के बैठने के बाद पीएम ने फिर आगे बोलना शुरू किया। पीएम मोदी के स्पीच के दौरान यह उत्साह देखते ही बनता था। जब सदन में सदस्य तालियां बजाने लगे तो पीएम मोदी ने अपनी स्पीच को रोक दिया। अमेरिकी कांग्रेस कुछ देर तक लगातार तालियों की गड़गड़ाहट, सीटियों और मोदी-मोदी के नारों से गूंजती रही।
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