नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए बनाई गई कोविन एप से लोगों का निजी डाटा लीक होने के मामले में दो आरोपियों को पकड़ा गया है। आरोप है कि ये दोनों लोग कोविन एप का डाटा लीक करने में शामिल हैं। इनमे एक नाबालिग शामिल है। आरोपियों ने कोविन एप का डाटा लीक करने के लिए टेलीग्राम एप का इस्तेमाल किया।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार व्यक्ति ने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर समझौता किए गए डेटा को साझा किया है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कोविन पोर्टल के संदिग्ध डेटा उल्लंघन के संबंध में एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया है। पुलिस ने शुरुआती जानकारी में साझा किया है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की मां बिहार में स्वास्थ्य वर्कर के तौर पर काम करती है। मामले के संबंध में अधिक जानकारी फिलहाल सामने नहीं आ पाई है।
सरकार ने डाटा लीक के दावे को बताया था आधारहीन
बता दें कि विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया था कि कोविन एप से लोगों का निजी डाटा लीक हुआ है। विपक्ष ने इसे लेकर सरकार को घेरा था और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि सरकार ने लोगों का निजी डाटा लीक होने की बात को शरारतपूर्ण और आधारहीन बताया था। सरकार ने कहा था कि कोविन पोर्टल पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि सरकार ने डाटा लीक के आरोपों के बीच देश की नोडल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In को मामले की समीक्षा के आदेश दिए थे।
सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रही सरकार
शुरुआती जांच में पता चला है कि टेलीग्राम बोट का बैकएंड डाटाबेस, जो कथित लीक का केंद्र था, वह कोविन डाटाबेस के एपीआई से डायरेक्ट एक्सेस नहीं था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा है कि कोविन एप के सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के लिए आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है।
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