मेरठ। तेंदुआ का बच्चा बिल्ली की तरह ही दिखता है। कई लोग उन्हें पहचानने में धोखा खा जाते हैं। कुछ ऐसा ही मेरठ के किठौर में हुआ। एक आम के बाग में तेंदुए का बच्चा मिला, जिसे बच्चे बिल्ली का बच्चा समझ उसके साथ खेलने लगे। उसे जमीन पर खूब इधर-उधर दौड़ाया। यही नहीं उसके गले में रस्सी बांधकर बगीचे में घुमाया। इसके बाद बाग मालिक ने तेंदुआ शावक के पकड़े जाने की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दे दी।
परीक्षितगढ़ वन रेंज क्षेत्र के शाहजहांपुर-डिबाई गांव के जंगल में एबी कैनाल के पास नहर के किनारे गुरुवार सुबह करीब नौ बजे यह शावक आम के बाग में आ गया था। बाग मालिक के बच्चों ने उसे पकड़ लिया और गले में रस्सी डालकर पेड़ से बांध दिया। बच्चे बिल्ली समझकर उसके साथ खेलते रहे। थोड़ी देर में जब तेंदुए का बच्चा गुर्राया तब बच्चे भाग खड़े हुए।
इसी दौरान बगीचे की रखवाली करने वाला भी मौके पर पहुंच गया। बाग मालिक ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस और वन विभाग की टीम सुबह 11:30 बजे बाग में पहुंची। रेंज ऑफिसर जगन्ननाथ और वन रक्षक राजेश्वर ने शावक को कब्जे में लिया और जांच की।
सूचना डीएफओ राजेश कुमार और वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ. आरके सिंह को दी गई। वन्य जीव विशेषज्ञ ने बताया कि शावक नर और डेढ़ माह का है। वह स्वस्थ है। इसके बाद शावक वन विभाग की टीम की निगरानी में रहा। टीम शावक को उसी जगह लेकर गई, जहां से वह मिला था। शाम 5:30 पर उसे एक गत्ते के बॉक्स में रखकर छोड़ा गया और निगरानी रखी गई। वन विभाग की टीम भी दूर खड़ी होकर नजर रख रही थी। शुक्रवार तड़के 3:30 पर शावक की मां मादा तेंदुआ आई और शावक को अपने साथ ले गई।
शावक को पिलाया गया पाउडर वाला दूध
वन्य जीव विशेषज्ञ की निगरानी में शावक को डिब्बे वाला पाउडर का दूध पिलाया गया। यह दूध कुत्ते के बच्चों और शावकों के लिए ही बनाया जाता है। दूध पिलाने के बाद शावक के स्वास्थ्य की जांच की गई तो उसे स्वस्थ पाया गया। डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि शावक को ले जाए जाने के बाद वन विभाग की ओर से मादा तेंदुआ को लेकर किठौर, शाहजहांपुर व डिबई के आस पास के जंगल में नजर रखी जा रही है। इसके लिए एक टीम बनाई गई जो पल पल की जानकारी दे रही है। इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि मादा तेंदुआ किस ओर जा रही है।
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