जूनागढ़। गुजरात के जूनागढ़ में अवैध दरगाह को हटाने को लेकर बीती रात जमकर बवाल हुआ। जूनागढ़ के मजेवाड़ी इलाके में दरगाह को हटाने के नोटिस के बाद पहुंची पुलिस पर हिंसक भीड़ ने हमला बोल दिया। भीड़ ने निजी और सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। पत्थरबाजी की इस घटना में 1 डीएसपी, 3 महिला पीएसआई सहित पुलिसकर्मी घायल हुए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही एक युवक की मौत भी हुई है।
एसपी रवि तेजा वासमसेट्टी ने बताया कि जूनागढ़ में मजेवाड़ी गेट के पास एक दरगाह है। जूनागढ़ नगर पालिका द्वारा दरगाह को नोटिस दिया गया और पांच दिन में दरगाह की वैधता को लेकर कागजात जमा करने का निर्देश दिया। शुक्रवार रात करीब 500-600 लोगों की भीड़ दरगाह के पास जमा हो गई। पुलिस ने लोगों से सड़क जाम ना करने की अपील की लेकिन रात सवा दस बजे के करीब गुस्साए लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया।
पथराव में डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वहीं पथराव में एक डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस ने 174 लोगों को हिरासत में लिया है। एसपी ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हुई है। प्रथम दृष्टया पथराव के चलते उसकी मौत हुई है लेकिन मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल पाएगी।
फिलहाल घटना की जांच की जा रही है। उपद्रवियों ने हंगामे के दौरान कुछ वाहनों में आग लगा दी। घटना को राज्य के गृह विभाग ने गंभीरता से लिया है और पुलिस के आला अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं। घटना के वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आरोपियों की पहचान की जा रही है।
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