नई दिल्ली। भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में एक नए शोध में डराने वाले आंकड़े सामने आए हैं जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत तेजी से दुनिया का ‘डायबिटीज कैपिटल’ बनता जा रहा है।
यूके मेडिकल जर्नल में प्रकाशित ICMR की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय भारत में 10.1 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज के शिकार हैं। जबकि 2019 में भारत में डायबिटीज के मरीजों का आंकड़ा 7 करोड़ था। पिछले चार सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में 44 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 10 राज्यों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में तेजी से इज़ाफा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक जिन राज्यों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में इज़ाफा हुआ है उनमें प्रीडायबिटीज मरीजों की संख्या ज्यादा है। प्री डायबिटीज से मतलब ऐसे मरीजों से है जिनका ब्लड शुगर सामान्य से ज्यादा है लेकिन इतना ज्यादा नहीं है कि टाइप-2 डायबिटीज की श्रेणी में आए। रिपोर्ट के मुताबिक डायबिटीज के मरीज अगर अपने लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव नहीं करेंगे तो एक से दो सालों में डायबिटीज जैसी क्रॉनिक बीमारी की चपेट में आ जाएंगे।
डायबिटीज के बढ़ते मामले डराने वाले हैं। इस क्रॉनिक बीमारी से बचाव करना जरूरी है। प्रीडायबिटीज की स्थिति को अगर ठीक से समझ लिया जाए और डाइट में कुछ बदलाव कर लिए जाए तो ब्लड शुगर को बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज प्रीडायबिटीज की स्थिति से कैसे बचाव कर सकते हैं।
वजन को कम करें
प्रीडायबिटीज है और शुगर की बीमारी से बचाव करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपना वजन कंट्रोल करें। वजन कम करने के लिए फुलक्रीम दूध, अधिक वसा और कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स का सेवन करने से परहेज करें। अनहेल्दी हाई कार्बोहाइड्रेट खाद्य पदार्थों में पेनकेक्स, सॉफ्ट प्रेट्ज़ेल, ब्रेड उत्पाद, रेडी-टू-ईट अनाज, मिल्कशेक, आइसक्रीम, अनाज बार, केक, पाई, मफिन, मीठे डिब्बाबंद फल, शक्कर युक्त पेय, फलों के रस, मकई के चिप्स, आलू के चिप्स और कैंडीज शामिल हैं। इन सभी फूड्स से परहेज करें।
बॉडी को एक्टिव रखें
अगर आप प्रीडायबिटिक है या फिर डायबिटीज की बीमारी से बचना चाहते हैं तो बॉडी को एक्टिव रखें। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए हफ्ते में कम से कम तीन दिन बॉडी को अच्छे से एक्टिव रखें। बॉडी को एक्टिव रखने के लिए आप वॉक,एक्सरसाइज,साइकिलिंग और योग का सहारा ले सकते हैं। बॉडी एक्टिविटी आपको शुगर की बीमारी से बचाती है।
लाइफस्टाइल में बदलाव करें
आपकी खराब आदतें और खराब लाइफस्टाइल आपका वज़न बढ़ाने में जिम्मेदार है। अगर आप समय पर सोते-जागते और खाते पीते नहीं है तो अपनी इस आदत को तुरंत बदलें। आपकी खराब आदतें आपको शुगर की चपेट में ले जा रही हैं।
तनाव से दूर रहें
आप जानते हैं कि तनाव सारी बीमारियों की जड़ है। तनाव की वजह से मोटापा,हाई ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी क्रॉनिक बीमारियां लगती है। आप अगर प्रीडायबिटिक हैं तो तनाव से दूर रहें। तनाव दूर करने के लिए लोगों के साथ बातचीत करें, योगा करें,खुश रहें,सुबह हरी घास पर टहलें।
मीठे से परहेज़ करें
डाइट में मीठा का सेवन डायबिटीज की बीमारी का जोखिम बढ़ा सकता है। अगर आप प्री डायबिटीज हैं और डायबिटीज के जोखिम से बचना चाहते हैं तो मीठे से परहेज करें।
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