पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार को बड़ा झटका लगा है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे डॉ. संतोष सुमन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
संतोष सुमन ने कहा कि नीतीश कुमार हमारा अस्तित्व ही खत्म करना चाह रहे हैं। हम हर हाल में पार्टी बचाकर रखेंगे। इसलिए हमने इस्तीफे का विकल्प चुना है। महागठबंधन से बाहर नहीं आया हूं। अभी बस मंत्रालय से इस्तीफा दे दिए हैं। संतोष सुमन ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लें। इसके पीछे एक ही कारण है कि हमारे पास जदयू से विलय का प्रस्ताव था। इससे हमने इनकार कर दिया। इसके बाद हमने इस्तीफा दिया। महागठबंधन में रखना है या नहीं लालू-नीतीश तय करेंगे।
पांच सीटों की मांग की थी
पिछले कुछ दिनों से जीतन राम मांझी नीतीश कुमार से लगातार लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर मांग कर रहे थे। उन्होंने साफ किया था कि लोकसभा चुनाव 2024 में उनकी पार्टी को सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं मिली तो बिहार की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। जीतन मांझी ने 5 सीटों की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने नीतीश कुमार के साथ रहने की कसम तोड़ने का भी इशारा दिया था।
संतोष सुमन के इस्तीफे पर आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि जीतन राम मांझी कई बार कई तरह की बातें करते रहे हैं। जीतन राम मांझी 2015 में भी कई तरह की बातें करते कहीं और गए थे, फिर लौटकर दोबारा हमारे साथ आए। नीतीश कुमार ने ही मांझी को राजनीतिक रूप से स्थापित किया। अब मांझी उसी जमात में जाना चाहते हैं तो यह दुर्भाग्पूर्ण है। मांझी जब मंदिर गए थे तो उस मंदिर को धुलवाया गया था। इसके बाद भी वह उसी जमात में जा रहे हैं यह दुर्भाग्पूर्ण है। पता नहीं वह क्या कब और कैसे सोचते हैं। शक्ति सिंह यादव ने आगे कहा कि जब कोई हटता है तो कई तरह के आरोप लगाता है। सभी लोगों को इनकी स्थिरता जगजाहिर है।
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