हिंदू बच्चियों को हिजाब पहनाने वाले स्कूल पर चलेगा बुलडोजर, प्रिंसिपल-टीचर भेजे गए जेल

दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह में विवादास्पद ‘गंगा जमना’ स्कूल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। हिजाब से शुरू हुआ मामला धर्मान्तरण और टेरर फंडिंग के आरोपों तक पहुंच गया है। इस बीच जिला प्रशासन अब स्कूल पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है। उधर, पुलिस ने स्कूल की प्रिंसिपल और टीचर्स को जेल भेज दिया है।

दमोह नगर पालिका ने गंगा जमुना स्कूल के नाम एक नोटिस जारी किया है। जिसमें स्कूल परिसर में बिना अनुमति के निर्माण किए जाने का हवाला दिया गया है। स्कूल को तीन दिन के अंदर नोटिस का संतोषजनक जवाब देने को कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर बुलडोजर ऐक्शन लिया जाएगा। रविवार यानी छुट्टी के दिन जारी किए गए इस नोटिस को स्कूल को भेजा गया है। नोटिस रशके जहां पति राशिद खान के नाम पर भेजा गया है।

राशिद स्कूल के बोर्ड मेम्बर में से एक है, जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है और वो फरार है जबकि स्कूल की जमीन पर मालिकाना हक उनकी पत्नि रशके जहां का है लिहाजा उनके नाम नोटिस जारी हुआ है। दमोह नगर पालिका निगम के अधिकारी द्वारा बताया गया कि स्कूल की जो निर्माण बिल्डिंग बन रही है उसे बनाने के लिए नगर पालिका से अनुमति नहीं ली गई है। इसको देखते हुए नोटिस भेजा गया है और 3 दिन का समय दिया गया है।

प्याज के छिलकों की तरह उघड़ रहीं परतें: गृह मंत्री
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मश्रिा ने कहा कि दमोह के विवादित गंगा जमना स्कूल में कथित धर्मांतरण के मामले में जांच सही दिशा में जा रही है और मामले में प्याज के छिलकों की तरह परतें उघड़ रहीं हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि दमोह मामले में जांच की जा रही है। परतें उघड़ रहीं हैं। जांच सही दिशा में जा रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फरार आरोपियों, इस तरह की फिरकापरस्त ताकतों और माफिया पर प्रदेश में बुलडोजर चलता ही है।

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