कोल्हापुर। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हिंसा के बाद अब पुलिस एक्शन जारी है, पुलिस ने कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनमें से 2 नाबालिग हैं। प्रशासन ने इलाके में इंटरनेट बैन कर दिया है और धारा 144 भी लागू कर दी है। इसके अलावा कोल्हापुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर औरंगज़ेब का स्टेटस रखने के मामले में 2 FIR समेत तीन दर्ज की थी। इन दोनों FIR में कुल 5 नाबालिगों को गिरफ़्तार किया गया और उनको जुविनायल कोर्ट में पेश कर बालसुधार गृह भेज दिया गया।
कोल्हापुर में मंगलवार को कुछ युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब के समर्थन में पोस्ट किया। बुधवार को इसके विरोध में प्रदर्शन हुआ। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया जिसमें कई लोग घायल हो गए। कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित ने कहा कि कुछ संगठनों ने कोल्हापुर बंद का आह्वान किया था और इन संगठनों के सदस्य बुधवार को शिवाजी चौक पर एकत्र हुए। उनका प्रदर्शन समाप्त होने के बाद, भीड़ तितर-बितर होने लगी, लेकिन कुछ उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिससे पुलिस को मजबूर होकर बल प्रयोग करना पड़ा।
एसपी ने बताया कि आपत्तिजनक स्टेटस रखनेवाले पांचों आरोपी किसके संपर्क में थे, इस बात की जांच की जा रही है। आरोपियों ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया है, जिसे रिट्रीव करने की कोशिश की जा रही है।उन्होंने बताया कि शहर में सतर्कता बरतते हुए अतिरिक्त पुलिस बल का बंदोबस्त किया गया है। पुणे से SRPF के 2 प्लाटून, सांगली से वरिष्ठ अधिकारी और 100 जवानों की टीम कोल्हापुर पहुंच चुकी है। 1500 अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। एसपी ने बताया कि आज रात बारह बजे तक कोल्हापुर में इंटरनेट बंद रहेगा। उन्होंने बताया कि आरोपियों को इंटरनेट से वह वीडियो मिला था जिसे उन्होंने अपने स्टेटस पर लगाया था। इस स्टेटस को लगाने के पीछे उनका क्या मकसद था, इसकी हम जांच कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सरकार की है। गृह विभाग और मंत्री अधिकारियों के साथ संपर्क में है और मैं भी अधिकारियों के साथ संपर्क में हूं। डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम औरंगजेब के महिमामंडन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्य है। फडणवीस ने कहा, ‘कुछ राजनेता कह रहे थे कि राज्य में दंगे जैसी स्थिति हो सकती है। एक विशेष समुदाय के युवाओं ने औरंगजेब की तस्वीरें दिखाईं। उन्होंने औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन किया। यह केवल एक संयोग नहीं हो सकता है। कई जिलों में अचानक ये तस्वीरें क्यों दिखाई गईं? यह अपने आप नहीं होता है। इसकी जांच करनी होगी।’
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