दमोह। एमपी के दमोह जिले स्थित स्कूल में धर्मांतरण का मामला गर्माता जा रहा है। स्कूल में पढ़ने वाली हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाया जाता था। इसके साथ ही कई शिक्षकों का धर्मांतरण करवाया गया है। सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को भोपाल में कहा कि स्कूल प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। टेरर फंडिंग जैसी शिकायतों पर अगर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) संज्ञान लेकर जांच करेगी तो मध्य प्रदेश पुलिस पूरा सहयोग करेगी।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सामान्य तौर पर ऐसा होता है कि जो टेरर फंडिंग के मामले होते है उसकी जांच राष्ट्रीय एजेंसियां करती हैं। गंगा जमुना स्कूल में इस तरह की गतिविधियों के लिए किसी राष्ट्रीय एजेंसी ने हमसे संपर्क नहीं किया है। अगर कोई संपर्क करेगा तो एमपी की पुलिस सहयोग करेगी। नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि धारा 295 ए, 506 बी औऱ किशोर अधिनियम में कार्रवाई की गई है। जांच अभी शुरुआती स्टेज पर है, जैसे-जैसे नाम सामने आएंगे कार्रवाई बढ़ती जाएगी। स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई हुई है। कौन शिक्षक थे जो इस कार्य के लिए प्रेरित करते थे या दबाव बनाते थे, इसकी भी जांच की जाएगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर कहा है कि प्रदेश में कुछ जगह धर्मांतरण के कुचक्र चल रहे हैं, हम उनको कामयाब नहीं होने देंगे। पूरे प्रदेश में हमने जांच के भी निर्देश दिए विशेषकर जो शिक्षण संस्थान हैं, चाहे मदरसे चलते हों।
सीएम ने कहा कि अगर गलत ढंग से शिक्षा भी दी जा रही होगी तो हम उसको भी चेक करेंगे। उन्होनें आगे कहा, दमोह का मामला बहुत गंभीर है, दमोह की घटना में तो अब हमारे पास रिपोर्ट आ रही है, मुझे बता दिया गया है। बेटियों ने बयान दिए है कि उन्हें बाध्य किया गया है। जैसा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया पहले हम एफआईआर कर रहे हैं। कठोरतम कार्रवाई होगी। भोले-भाले मासूम बच्चे जिनमें समझ ही नहीं, पढ़ाई के नाम पर बुलाकर अगर इस ढंग का प्रयत्न किया जाता है तो हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसे जिनके इरादे हैं वो कठोरतम दंड पाएंगे।
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