देहरादून। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा 22 मई से संचालित हो रही है। 45 दिनों में अब तक 119 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। मौतों की वजह खराब मौसम, ठंड, हार्टअटैक और दूसरी बीमारियां बताई जा रही है। इस दौरान 20 लाख श्रद्वालु दर्शन कर चुके हैं।
चार धाम यात्रा गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम के लिए यात्रा चल रही है। इस तरह से अब तक यात्रा को 45 दिन पूरे हो चुके हैं। इस दौरान मौत का आंकड़ा 119 पहुंच गया है। इनमें से 58 तीर्थयात्रियों की मौत केदारनाथ यात्रा के दौरान हुई है जबकि करीब 2.1 लाख यात्रियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल सहायता भी दी जा चुकी है। चार धाम यात्रा में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इतना ही नहीं इस बार यात्रा खुलते ही जमकर बर्फबारी हुई है। जिससे यात्रियों को यात्रा करने में मुश्किलें भी आई है।
हार्ट अटैक और सांस संबंधी बीमारियों को मौतों की वजह
कड़ाके की ठंड हार्ट अटैक और सांस संबंधी बीमारियों को मौतों की वजह मानी जा रही है। इसके साथ ही इस बार यात्रा करना श्रद्वालुओं के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल हो रहा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर अब तक 634 तीर्थयात्री चोटिल हो चुके हैं, जबकि 19 घोड़ा-खच्चर की फिसलने से मौत हुई।
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 470 तीर्थयात्री चोटिल हुए हैं। यहां 21 घोड़ा-खच्चर की भी मौत हुई है। जिनमें अधिकांश बीमारी के कारण मरे। हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पर 20 से अधिक तीर्थयात्री फिसलने और हिमखंड की चपेट में आने से घायल हुए हैं। यहां एक महिला श्रद्धालु की हिमखंड की चपेट में आने से मौत हुई है।