नमाज पढ़ने के लिए रोकी रोडवेज बस, चालक-परिचालक पर हुई कार्रवाई

रोडबेज बस

बरेली। यूपी के बरेली में उस वक्त हंगामा मच गया जब गाजियाबाद जाने वाली जनरथ रोडवेज बस के परिचालक ने कुछ लोगों को नमाज पढ़ाने के लिए बस को देर रात रास्ते में रोक दिया। इस पर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। जांच में चालक और परिचालक को दोषी पाया गया।

यह बस यात्रियों को लेकर गाजियाबाद के बस अड्डा कौशांबी लेकर आ रही थी। बस अपनी गति से चल रही थी लेकिन रामपुर से पहले मिलक के पास बस के ड्राइवर केपी सिंह सुनसान जगह पर बस रोक दी। यात्रियों को लगा शायद कोई काम होगा इसलिए बस रोकी गई है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। जब बस नहीं चली तो यात्रियों ने बस के परिचालक और चालक से रोके जाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि दो मुस्लिम यात्री उतरकर सड़क पर नमाज पढ़ रहे हैं।

बस के चालक और परिचालक पर हुई कार्रवाई
इसके बाद यात्रियों के हंगामा किया और कहा कि रात के अंधेरे में सुनसान जगह पर बस रोका जाना खतरे से भरा है। उन्होंने कहा कि यह किसी वारदात को अंजाम देने की साजिश भी हो सकती है। इस दौरान पूरे घटनाक्रम का एक यात्री ने वीडियो बनाकर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए परिवहन निगम के एमडी से शिकायत कर दी। जिसके बाद परिवहन विभाग में हडकंप मच गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरएम दीपक चौधरी के निर्देश पर चालक और परिचालक पर कार्रवाई की गई।

यात्री सत्येंद्र कुमार ने बताया कि दो मुस्लिम यात्रियों के कहने पर चालक ने खेत किनारे सुनसान में बस रोक दी। दोनों यात्री बस से उतरे और नमाज पढ़ने लगे। इस कारण बस में सवार 38 अन्य यात्रियों को असुविधा हुई। 10 मिनट तक सुनसान में बस रुकने के कारण यात्री खुद को असुरक्षित बताते रहे मगर, चालक ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। वहीं आरएम दीपक चौधरी के निर्देश पर बस नंबर यूपी 32 एनएन 0330 के ड्राइवर केपी सिंह और संविदा परिचालक मोहित यादव पर कार्रवाई की गई। चालक को सस्पेंड कर दिया गया तो वहीं संविदा परिचालक मोहित यादव यादव की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।

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