रील बनाने के चक्कर में हिंडन नदी में कूदा युवक, 22 घंटे बाद मिला शव

हिंडन नदी

गाजियाबाद। रील का क्रेज युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है। ज्यादा लाइक और शेयर के चक्कर में आकर कई युवा तो अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे हैं। टीलामोड़ थाना क्षेत्र के फर्रुखनगर पूल से रील बनाने के लिए हिंडन नदी में दोस्त संग कूदे युवक का 22 घंटे बाद शव मिला है।

लोनी के न्यू विकास नगर रेलवे स्टेशन निवासी राजू डेटिंग पेंटिंग का काम करते हैं। रविवार सुबह दस बजे वह एक रिश्तेदारी में गए थे। घर पर पत्नी और बेटे रोहित (19) व वरुण (17) थे। उन्होंने बताया कि दोपहर साढ़े तीन बजे करीब पड़ोस में रहने वाले प्रियांशु और कुणाल बेटे वरुण को स्विमिंग पूल में नहलाने के लिए साथ लेकर आए थे। पुलिस का कहना है कि तीनों दोस्त धनकड़ स्टेडियम के पास स्विमिंग पूल में नहाकर घर लौट रहे थे। इस बीच तीनों फर्रुखनगर पुल के पास पहुंचे थे। कुणाल और वरुण ने फोन में रील बनाने की बात कही लेकिन हिंडन नदी में जाने से प्रियांशु ने मना कर दिया। प्रियांशु का कहना है कि उसे नदी में तैरना नहीं आता। इस वजह से वह हिंडन में नहीं कूदा।

लिहाजा वह सड़क किनारे बाइक लेकर खड़ा हो गया जबकि वरुण और कुणाल दोनों हिंडन नदी के किनारे नहाने चले गए। रील बनाने के दौरान अचानक दोनों गहरे पानी में दोनों डूबने लगे और वे मदद के लिए चिल्लाने लगे। प्रियांशु ने दोनों को डूबता देखकर शोर मचाया। उसने राहगीरों की मदद से कुणाल को बाहर निकाल लिया लेकिन वरुण गहरे पानी के बीच डूब गया। परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे।

हादसे के पहले दिन गोताखोरों को पांच घंटे की कड़ी मशक्क के बावजूद छात्र का सुराग नहीं मिला। सोमवार को एनडीआरएफ टीम ने छात्र की तलाश में अभियान शुरू किया। करीब दस किलोमीटर के एरिया में टीम के जवानों ने छात्र को ऊपरी तल से झाड़ियों के किनारे तलाश किया लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिली। एनडीआरएफ की टीम ने दोबारा अभियान शुरू किया और मोटर को नीचे तल तक ले जाकर तेज प्रेशर बनाया तो छात्र का शव पानी के साथ ऊपर आ गया। पुलिस का कहना है कि छात्र का शव हिंडन नदी में नीचे फंसा हुआ था। फिलहाल शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हादसे में छात्र की मौत से परिजन और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है।

एसीपी शालीमार गार्डन ज्ञानप्रकाश राय का कहना है कि तीनों दोस्त एक साथ स्विमिंग पुल में नहाकर घर लौट रहे थे। रील बनाने के दौरान वरुण और कुणाल नदी में डूब रहे थे। लोगों ने कुणाल को बाहर निकाल लिया। वरुण को एनडीआरएफ टीम ने सोमवार दोपहर दो बजे करीब बाहर निकाला। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

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