नई दिल्ली। अमेरिका के न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि इतना बड़ा रेल हादसा हो गया, लेकिन अभी तक किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया और न ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस्तीफा दिया।
राहुल ने कहा, ‘ कांग्रेस के समय जब ट्रेन दुर्घटना हुई ती तब उस समय कांग्रेस ने यह नहीं कहा कि यह अंग्रेजों की गलती है इसलिए ऐसा हुआ। बल्कि उन्होंने (तत्कालीन रेल मंत्री) इस्तीफा दिया।’ उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘मेरा इरादा आप लोगों के साथ रिश्ता बनाना है जहां आप मुझे कह सकें कि ‘राहुल हम ऐसा सोचते हैं… राहुल आपको अमेरिका के साथ इस तरह के रिश्ते बनाने चाहिए…’। मुझे आपको यह बताने में कोई दिलचस्पी नहीं है कि मैं क्या मानता हूं। मैं यहां आपके साथ ‘मन की बात’ नहीं करना चाहता। आपके मन में क्या है मेरी उस में दिलचस्पी है।
राहुल ने कहा कि ‘बीजेपी और आरएसएस भविष्य की ओर देखने में असमर्थ हैं। उनसे आप कुछ भी पूछो वो पीछे की ओर देखते हैं। उनसे पूछो ट्रेन एक्सीडेंट क्यों हुआ, वो कहेंगे कि कांग्रेस ने 50 साल पहले ये किया… टेक्स्ट बुक में से आपने पीरियॉडिक टेबल क्यों निकाल दिया… कांग्रेस पार्टी ने 60 साल पहले ये किया… फौरन उनका जवाब आता है कि पीछे देखो…।’ राहुल ने इसके बाद भारत को एक कार बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीछे देखकर कार चला रहे हैं। फिर सोचते हैा कि कार आगे क्यों नहीं बढ़ रही, बार-बार टकरा क्यों रही है…।’
‘महात्मा गांधी और गोडसे के बीच लड़ाई’
कांग्रेस और भाजपा-आरएसएस के बीच वैचारिक लड़ाई के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के बीच की लड़ाई की तरह है। “एक तरफ, आपके पास महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ, आपके पास नाथूराम गोडसे हैं। यह लड़ाई का वर्णन करने का सबसे सटीक तरीका है। एक तरफ आप जैसा मजबूत एनआरआई और दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे – हिंसक , गुस्से में, अपने जीवन की वास्तविकता का सामना करने में असमर्थ। गांधी को गोली मारने का कारण यह था कि वह अपने जीवन का सामना नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्हें अपना गुस्सा किसी पर उतारना पड़ा।”
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