नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ यानी WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच पहलवानों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। शाह और पहलवानों के बीच बैठक देर रात 2 घंटों से ज्यादा समय तक चली।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक यह बैठक दो घंटे तक चली और आधी रात के बाद जाकर खत्म हुई। इस मुलाकात के दौरान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और कुछ कोच शामिल हुए थे। यह पूछे जाने पर कि मुलाकात के दौरान क्या बात हुई, बजरंग ने कहा- ‘हमने गृहमंत्री से बात की है। इसके अलावा मैं कुछ और नहीं कह सकता’। इस बैठक में पहलवानों ने अमित शाह से बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है और जल्द से जल्द चार्जशीट दायर करने को कहा। इसके बाद गृह मंत्री ने पहलवानों को भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी। पुलिस को जांच के लिए समय देने की जरूरत है।
क्या हुई कार्रवाई
पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस 28 अप्रैल को सिंह के खिलाफ 2 FIR दर्ज कर चुकी है। खबर है कि शाह के साथ मुलाकात के दौरान पहलवानों ने जांच में देरी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने मांग की है कि केस में जल्दी मजबूत आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा। इससे पहले खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी पहलवानों से जांच में सहयोग करने की अपील कर चुके हैं।
संसद कूच कर गए पहलवान
27 मई को यानी नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले पहलवानों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हुई थी। उस दौरान कोई नतीजा नहीं निकलने पर पहलवान अपने समर्थकों के साथ नई संसद की ओर निकल गए थे। हालांकि, उस दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोका और कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया था।
दिल्ली पुलिस ने हटाया तो गंगा में मेडल बहाने पहुंचे
जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए हटा दिया था। पुलिस का कहना था कि ये पहलवान संसद की ओर जाने की कोशिश में थे और बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ रहे थे। विरोध करने वाले पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया था। जंतर-मंतर से खदेड़े जाने के बाद पहलवानों ने इसका विरोध करने के लिए हरिद्वार जाकर गंगा में अपने ओलंपिक मेडल गंगा नदी में गिराने की भी कोशिश की। हालांकि, कई किसान नेताओं के अनुरोध पर उन्होंने फैसला वापिस ले लिया और उन्हें पदक सौंप दिए।
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