बालासोर। ओडिशा के बालासोर में भीषण हादसे में अब मृतकों का आंकड़ा बढ़ गया है। शनिवार शाम तक 288 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 747 लोग घायल हुए हैं। मृतकों और घायलों की संख्या में अभी इजाफा हो सकता है। इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया। साथ ही, उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि इस हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ओडिशा रेल हादसे के घटनास्थल पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले घटनास्थल का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों के साथ बातचीत की और उनसे जानकारी ली। उन्होंने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से भी बातचीत की। इस दौरान पीएम को आपदा प्रबंधन टीम के अधिकारियों द्वारा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। मोदी ने ट्रेन सेवाओं को सामान्य करने के लिए दुर्घटनास्थल पर शुरू किए गए बहाली कार्य की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली। पीएम मोदी ने घटनास्थल पर मोबाइल फोन से कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से सीधे बात की। उन्होंने अधिकारियों से लोगों के अच्छे इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
घटनास्थल का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री घायलों से मिलने के लिए बालासोर जिला अस्पताल गए गए। घायलों से मिलने के बाद प्रधानमंत्री ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है ये बहुत दर्दनाक था। जो लोग घायल हुए हैं सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। यह एक गंभीर घटना है। हर प्रकार की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इस घटना के जिम्मेदार लोगों को बक्शा नहीं जाएगा। इस दौरान उन्होंने रेलवे, ओडिशा सरकार और स्थानीय लोगों का मौजूद संसाधनों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि मेरे पास शब्द नहीं है, इस दुख को व्यक्त करने के लिए। दुख की इस घड़ी में हम सभी को प्रार्थना करनी चाहिए, ताकि हम इससे उबर सकें। हम मृतकों के परिजनों से साथ हैं।
ऐसे हुआ इतना बड़ा ट्रेन हादसा
बालासोर में घटनास्थल पर रेल मंत्री और अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को आज इस हादसे की रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट के मुताबिक अप लाइन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस आ रही थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस का ट्रैक चेंज हो गया और वो लूप लाइन पर आ गई। लूप लाइन पर मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टकराई और उसकी 21 बोगियां डिरेल हो गईं। कोरोमंडल की 3 बोगियां मालगाड़ी पर चढ़ गईं। 3 बोगियां डाउन लाइन पर डिरेल होकर आ गईं। उसी समय यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस डाउन लाइन पर गुजर रही थी। यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस लगभग निकल चुकी थी और आखिरी की 2 बोगी। पटरी से उतर गई। इस हादसे में अब तक करीब 260 लोगों की मौत हो गई है।